परवेज अख्तर/गोपालगंज :- जिले के उचकागांव प्रखंड के बैरिया दुर्ग पंचायत अंतर्गत पकड़ी श्रीकांत गांव में लगातार तीन दिनों से जारी बेमौसम आंधी, पानी और ओलावृष्टि से ताबाह हुए गेहूं की फसल से आक्रोशित किसानों द्वारा प्रखंड कृषि कर्मियों के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया गया। मामले में श्रीराम राय, जय प्रकाश राय, सुरेंद्र राय, गोधन राय, रामाकांत राय, रामेश्वर राय, प्रकाश कुमार यादव, सुरेंद्र यादव, शंभू यादव, लल्लू यादव सहित काफी संख्या में किसानों का कहना था कि मौसम के असामयिक अतिवृष्टि के कारण प्रखंड के किसानों को काफी विलंब से अपने गेहूं और सरसों आदि फसलों की खेती करनी पड़ी।बुआई के बाद जैसे ही खेतों में गेहूं और सरसों की फसल ने दाना देना शुरू किया। उसी दौरान तेज आंधी के साथ आई बारिश ने फसलों की पैदावार को पूरी तरीके से घटा कर रख दिया।
वही फसल तैयार होने पर जैसे ही किसानों द्वारा अपनी फसल को काटना शुरू किया गया तो लगातार तीन दिनों से हो रही तेज आंधी पानी और ओलावृष्टि के कारण खेतों में तैयार फसल गिरकर जमींदोज हो चुकी है। खेतों में कटी गेहूं की फसल अब खेत में ही अंकुरण देना शुरू कर दिया है। जिससे किसानों की लागत के बावजूद अच्छी पैदावार नहीं मिलने से किसानों की कमर टूट गई है। इस दौरान आक्रोशित किसानों का कहना था कि प्रखंड में तैनात कृषि कर्मियों द्वारा क्षेत्र से फसल क्षति की गलत रिपोर्टिंग करने के कारण उचकागांव प्रखंड के किसानों के साथ-साथ जिले के 13 प्रखंडों को फसल क्षति का लाभ नहीं मिल सका है।
सरकार द्वारा गोपालगंज जिले के लिए फसल क्षति के लिए आवेदन करने की तिथि निकालने के बावजूद भी उचकागांव प्रखंड क्षेत्र के किसान फसल क्षति का आवेदन नहीं कर सके। जिससे किसान सरकार से मिलने वाले फसल क्षति से भी वंचित रह गए हैं। इस दौरान आक्रोशित किसान गलत फसल क्षति रिपोर्ट भेजने वाले संबंधित कृषि कर्मियों को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे थे।