- दिवंगत शहाबुद्दीन ने सच ही कहा था कि नीतीश परिस्थितियों के हैं मुख्यमंत्री
- चार बार किसी उच्च सदन एवं दो बार निचली सदन का प्रतिनिधित्व करने वाले के साथ आखिर क्यों नहीं हुआ इंसाफ
परवेज अख्तर/एडिटर-इन-चीफ:
विकास पुरुष कहे जाने वाले दिवंगत सिवान से राजद के पूर्व सांसद डॉ. मो. शहाबुद्दीन के निधन को एक महीने पुरे हो चुके हैं। लेकिन अब भी कई जनप्रतिनिधि व कई शीर्ष नेता दिवंगत सांसद के परिजनों से मिलने और सांत्वना देने लगातार पहुंच रहे हैं। वहीं, कई नेता उनके निधन पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने मो. शहाबुद्दीन और उनके परिवार के संबंध में एक बड़ा बयान दिया हैं।
बिना नाम लिए सीएम नितीश पर साधा निशाना
बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने कहा कि “जब तक दिवंगत मो. शहाबुद्दीन के परिवार का कोई सदस्य सदन में नहीं जाता तब तक वो कोई चुनाव नही लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दिवंगत सांसद की साजिश के तहत हत्या की गई है। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी हाथ है। सीएम नीतीश कुमार अगर चाहते तो मो. शहाबुद्दीन के शव को सिवान की मिट्टी नसीब हो सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
उन्होंने कहा, ” अभी सिक्किम से एक कोरोना पॉजिटिव शख्स का शव बिहार लाया गया। लेकिन चार बार सांसद और दो बार विधायक रहे दिवंगत मो. शहाबुद्दीन के साथ नीतीश कुमार ने गलत किया और इसका उन्हें पाप लगेगा।” एमएलसी टुन्ना पांडेय ने कहा कि अब जब तक मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब या उनके पुत्र ओसामा शहाब किसी सदन में नहीं जाते तब तक वो कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे।
परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार
बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने कहा कि मो. शहाबुद्दीन को सच बोलने की सजा मिली है।उन्होंने भागलपुर जेल से सिवान आने के बाद कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। यही सच बोलने की उन्हें सजा मिली। टुन्ना पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार एक बार दूसरी नंबर की पार्टी, तो एक बार तीसरी नंबर की पार्टी होने के बाद मुख्यमंत्री बने। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वे परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। ये बात सच है।