✍️परवेज़ अख्तर/सिवान: हुसैनगंज के गोपालपुर नगर पंचायत स्थित मदरसा तेगीया फैजे रसूल में शनिवार की रात एक अजीमोशान जलसा-ए-दस्तारबंदी का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 10 बच्चों के कुराने पाक हिब्ज करने पर पिरो तरीकत मो. हामिद हसन जिलानी सरैंया शरीफ आजमगढ़ द्वारा दस्तारबंदी की गई। मौके पर छात्रों के सिर पर दस्तार बांध कर उनके उज्ज्वल मुस्तकबिल की दुआ की गई। इसके बाद सभी बच्चों को अभिभावक एवं जेरे कयादत मेराज अहमद मजहरी, जेरे नेजामत, नुरूहक नेजामी द्वारा मोसफा करते हुए तोहफा पेश किया गया। वहीं जलसे का नकाबत हाफिज व कारी एजाज अहमद ने निभाया। कांफ्रेंस में हिंदुस्तान के विभिन्न प्रदेशों के उलेमा व शायरों ने अपनी तकरीर और नातिया कलाम पेश करके लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। प्रयागराज से तशरीफ लाए शायर गुलाम नूरे मोजसम ने शानदार नाते पाक गुनगुना कर अकीदतमंदों को झूमने पर विवश कर दिया।
इनके अलावा अरशद इकबाल, शमशाद कमाली ने नात शरीफ पेश किया। वहीं मुफ्ती सुल्तान रजा ने तकरीर में नबी की सीरत बयान करते हुए कई वाक्या लोगों के सामने पेश की। बरेली शरीफ से आए मौलाना जिकरुल्लाह मक्की ने कहा कि आज हमारे दिलों में ना अल्लाह का खौफ रहा और ना पैगंबरे इस्लाम सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की मुहब्बत रही। जब दोनों चीज बंदों के दिलों में रहे तो वह बंदा दोनों जहां में कामयाब है। कहा कि हम सबों को चाहिए के पैगंबर के इस नक्शे कदम पर चल कर अपनी और अपने समाज को तरक्की दिलाने में भरपूर कोशिश करें। वहीं ओलमाओं द्वारा देश दुनिया में अमन व शांति के लिए दुआएं की गई। इस अवसर पर सचिव मो. हदीस कुरैशी, मो. मुमताज सिद्दीकी, अब्दुल हमीद उर्फ भोलू, हसनैन सिद्दीकी, वार्ड पार्षद शाह आलम अंसारी, मास्टर महताब आलम आदि उपस्थित थे।