प्रवेज़ अख्तर/सिवान- राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के द्वारा कराए का रहे डीएलएड कोर्स के लिए जिले में 57 केंद्रों पर लगभग 11 हजार अप्रशिक्षित शिक्षकों को डीएलएड का कोर्स कराया जा रहा है। इसके लिए तीन फरवरी से पर्सनल कांटेक्ट प्रोग्राम (पीसीपी) क्लास शुरू कर दिया गया है। ज्यादातर सेंटरों पर पीसीपी क्लास शुरू होने से पहले शिक्षकों को अपने शिक्षक होने का प्रमाण होने की बात कही गई। कोआर्डिनेटर द्वारा इन शिक्षकों से कई तरह के शिक्षक होने संबंधित विभिन्न कागजातों की मांग की जा रही है। इस मामले में कोर्स कर रहे शिक्षकों ने बताया कि फॉर्म अप्पाल करते समय सारा कागजात एफिडेविट करा कर दिया गया था। फिर भी यहां जाति, निवास, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव प्रमाण पत्र, नियुक्ति प्रमाण पत्र की मांग की जा रही है। इस बारे में जब जिला शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर राय से बात किया गया तो इन्होंने बताया कि यह एनआईओएस द्वारा कराया जा रहा है।
शिक्षकों से मांगे जा रहे है शैक्षणिक दस्तावेज
इस संबंध में हमको लिखित में कोई गाइड लाइन नही दिया गया है कि कौन सा कागजात जमा करवाना है। यह सारा एनआईओएस पटना द्वारा कराया जा रहा है। डीपीओ इससे समर बहादुर ने बताया कि इस संदर्भ में हमसे रिसोर्स पर्सन के लिए एनआईओएस से मांग किया गया था जो कि हम एनआईओएस को उपलब्ध करा दिए है। इन्होंने बताया कि डीएलएड कोर्स में 57 केंद्रों पर लगभग 450 रिसोर्स पर्सन को लगाया गया। एक केंद्रों पर आठ रिसोर्स पर्सन को लगाया गया है। हमसे इसकी मांग की गई थी जो हम उपलब्ध करा दिए है। यह रिसोर्स पर्सन अधिकतर उसी केंद्र के है जहां स्टडी सेंटर है। बाकी इस बारे में एनआईओएस से कोई गाइड लाइन नही है। जैसा निर्देश मिलेगा वैसा किया जाएगा।
सचिव का कहना है इस संदर्भ में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोशिएसन के सचिव ने बताया कि जब फॉर्म भरने के समय सारा कागजात दिया गया है तो ट्रेनिंग सेंटरों पर विभिन्न कागजातों का मांग कर शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। सभी शिक्षक जो ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे है वे विभाग द्वारा मांगे गए कागजात को पहले ही दे चुके है वो भी एफिडेविट के साथ। रही बात अनुभव की तो बिना अनुभव प्रमाण पत्र के बिना फॉर्म कैसे भरा जा सकता था। -शिवजी प्रसाद, सचिव
कहते है स्टेट कोऑर्डिनेटर
इस संदर्भ में एनआईओएस के स्टेट कोऑर्डिनेटर ने बताया कि इसमे आधार कार्ड, आई कार्ड तथा विद्यालय से प्रमाणित अनुभव प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है। बाकी कोई भी कागजात को नही लेना है। इन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर पीसीपी क्लास शुरू कर दिया गया है।
– सीता रमण प्रसाद श्रीवास्तव, स्टेट कोऑर्डिनेटर