परवेज अख्तर/सिवान:
बिजली विभाग ने बकायेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिन उपभोक्ताओं ने चार महीने से अधिक तक बिजली का बकाया जमा नहीं किया है, उन पर विभाग ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। महाराजगंज के विधुत कार्यपालक अभियंता शिवम कुमार के निर्देश पर जेई नीरज कुमार ने लाईनमैन के साथ बुधवार को शहर के पुरानी बाजार व पसनौलीगगन मे अभियान चलाकर 20 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए. राजस्व वसूली पर बिजली विभाग जोर दे रहा है. जिसके चलते विभाग ने बकाएदारों को चिह्नित किया. इसके बाद बिजली विभाग ने बकाएदारों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया है. मार्च 2021 तक टीम बिजली बकाया जमा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. बिजली बिल की शत-प्रतिशत वसूली न होने की स्थिति में बिजली कंपनी ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के जिन उपभोक्ताओं के पांच हजार की राशि से अधिक के बिजली बिल बकाया है.
उनके घरों और प्रतिष्ठानों के बिजली कनेक्शन काटने के लिए अभियान शुरू किया है.जिससे लोगों में हड़कंप मच गया है. विद्युत कार्यपालक अभियंता शिवम कुमार ने बताया कि मुख्यालय के आदेश पर यह अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कई उपभोक्ता ऐसे है जिन्होंने चार माह से बिल जमा नहीं किया है. चार माह से अधिक बकाया या दस हजार रुपए बकाएदारों का पहले लाइन कटा जा रहा है. बुधवार को शहरी में 20 और ग्रामीण में 62 बकाएदारों का कनेक्शन काटे गए हैं। ये अभियान मार्च तक चलेगा। इसको लेकर इस तरह के उपभोक्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है.
वही जेई नीरज कुमार ने बताया कि शहर के पुरानी बाजार निवासी चन्द्रकला गुप्ता पर 43523 रूपये, जगरनाथ हलुआई पर 11800, मनोज कुमार पर 32253, पुजा गारमेंट पर 18700, विजय कुमार पर 15407, रमावती देवी पर 13634, शैल देवी पर 127206, मनोज कुमार पर 52761 बिहारी लाल पर 30078,गोपाल जी पर 27695 तथा पसनौली गगन निवासी मो शाबिर पर 22394, शाबिर हुसैन पर 30432,उर्मिला देवी पर 12042, नजरूलाह बारी पर 18005,फुल कुमारी 74694,सलमा खातुन पर 19678,तजरूम निशा पर 42033, इमाम हुसैन पर 14870, चन्द्रगुप्ता प्रसाद पर 34994रूपये का बिजली बकाया होने पर विद्युत कनेक्शन काटा दिया गया है. जेई नीरज कुमार ने बताया कि महाराजगंज शहर में विद्युत उपभोक्ताओं को 20 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. फिर भी बहुत से उपभोक्ताओं के द्वारा विद्युत विपत्र समय पर जमा नहीं किया जा रहा है जिसके चलते नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को राजस्व की क्षति हो रही है.