परवेज अख्तर, सिवान:- जिले के विभिन्न प्रखंडों में शुक्रवार को आग लगने से करीब 21 बीघा गेहूं के फसल जलकर राख हो गए। ग्रामीणों के काफी प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका। वहीं आंदर के सहसरांव गांव में ग्रामीणों ने मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार आंदर प्रखंड के असांव थाना क्षेत्र के सहसरांव गांव में बिजली का तार टूट कर दर्जनों किसानों के गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। शुक्रवार की दोपहर अचानक 11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गेहूं लगे फसल में गिर गया जिससे करीब 10 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आग लगने की सूचना मिलने पर सभी किसान आग को बुझाने के लिए पहुंचे तबतक फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई थी। जले हुए गेहूं देखकर किसानों की आखों से आंसू गिरने लगे। किसानों ने बताया कि दो तीन दिनों से बारिश हो रही थी जिसके चलते फसल काटने में विलंब हो गया। जब फसल काटने के लिए तैयार हुए तबतक जर्जर बिजली का तार टूटकर गिर गया और आग लग गई जिसमें सारी फसल जलकर राख हो गई। किसानों ने बताया कि इतना गेहूं जलने के बाद भी प्रखंड से कोई अधिकारी हमलोगों की सुधि लेने नहीं आया है। किसानों ने बिजली विभाग तथा प्रखंड प्रशासन के सीओ एवं बीडीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है। अगलगी में किसान शिवशंकर यादव का 10 कट्ठा, वीरेंद्र सिंह का एक बीघा, रमाशंकर मांझी 10 कट्ठा, जमीदार मियां का पांच कट्ठा, मोहमद्दीन मियां का पांच कट्ठा, इंदु देवी का पांच कट्ठा, दिनेश यादव का दो बीघा, गंगासागर यादव का पांच कट्ठा, मोहन पड़ित का 10 कट्ठा,राधा सिंह का 10 कट्ठा, कैलाश पंडित का 10 कट्ठा, जयराम यादव का पांच कट्ठा, जयशंकर पंडित का पांच कट्ठा विनय गोड़ का पांच कट्ठा, सुभाष गोड़ का पाच कट्ठा, विंध्याचल पड़ित का दो कट्ठा, गणेश यादव का 10 कट्ठा, श्रवण यादव का 25 कट्ठा, अनिरुद्ध पंडित का सात कट्ठा, रामस्वरूप का 12 कट्ठा, हरेंद्र पंडित का पांच कट्ठा, उमेश पड़ित का पांच कट्ठा, राजकुमार यादव का छह कट्ठा, वशिष्ठ यादव का एक बीघा नागेंद्र पंडित का पांच कट्ठा, विद्यावती देवी का पंद्रह कट्ठा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है। वहीं दूसरी ओर भगवानपुर हाट प्रखंड के ब्रह्मस्थान गांव में शुक्रवार की दोपहर बाद खेत में खड़ी गेहूं की फसल में लगी आग से लगभग एक बीघा की फसल जल कर राख हो गई। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार किसी शरारती तत्वों के कारण आग लगने की बात कही जा रही है। तेज पछुआ हवा और दोपहर के समय जब गांव के लोगों ने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल के बीच से उठती आग की लपटें एवं धुआं देखा तो गांव के लोग आग पर नियंत्रण के लिए दौड़ पड़े। गांव के लोग जब तक आग पर नियंत्रण कर पाते आग हरेंद्र सिंह एक बीघा में लगी गेहूं की फसल जलाकर राख कर दिया। ग्रामीण पूर्व प्रधानाध्यापक नंद किशोर सिंह एवं रोहित कुमार ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थी कि नियंत्रण कर पाना कठिन हो रहा था, लेकिन गांव के सभी लोगों ने एकजुटता का परिचय दे पंप सेट चला तथा आग पर मिट्टी बालू डाल नियंत्रण कर लिया,अन्यथा अन्य लोगों के फसलों को नुकसान पहुंचा सकता था।पीड़ित किसान हरेंद्र सिंह ने बताया कि आग की लपटें खेत के बीचोबीच से उठना शुरू किया। इससे प्रतीत होता है कि किसी ने जान-बूझकर आग लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि आग लगने से उनके पूरे परिवार का एक वर्ष का निवाला जल गया है। सीओ पंकज कुमार ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही हल्का कर्मचारी सह प्रभारी सीआई महावीर मांझी को घटना एवं क्षति की जांच का निर्देश दिया गया है।
अगलगी में 21 बीघा की फसल बर्बाद
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