पटना: नालंदा पुलिस ने जहरीली शराब कांड के तीन अप्राथमिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में पटना का होम्योपैथिक चिकित्सक व एक निजी कंपनी का बड़ा अधिकारी भी शामिल है। पुलिस इन लोगों पर शराब निर्माण में उपयोग होने वाले रसायनों को मुहैया कराने का आरोप लगा रही है।
सदर डीएसपी डॉ. शिब्ली नोमानी ने बताया कि पटना के खाजेकला थाना क्षेत्र स्थित लोदी कटरा निवासी होम्योपैथ चिकित्सक डॉ. बिंदु सिंह, बीआरएल कपंनी के बिहार-झारखंड जोनल सेल्स मैनेजर बिहटा थाना क्षेत्र स्थित विष्णुपुरा निवासी संजय कुमार सिंह व बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सिरसी गांव निवासी मुकेश महतो को गिरफ्तार किया गया है। संजय मूलरूप से बक्सर का रहने वाला है।
गिरफ्तार आरोपितों के पास से दो कार, एक बाइक, तीन मोबाइल व बीआरएल कंपनी का एक कार्टन डायलूशन मिला है। डीएसपी ने बताया कि एसआईटी की टीम लगातार अनुसंधान कर रही है। अनुसंधान के दौरान व पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के आधार पर एक बात सामने आयी है कि अवैध शराब के निर्माण में होम्योपैथ दवा का इस्तेमाल हो रहा था। बीआरएल कंपनी के कर्मी व होम्योपैथ चिकित्सक की मिलीभगत से धंधेबाजों को भारी मात्रा में होम्योपैथ दवा की सप्लाई की गयी थी।
पुलिस को इन तक पहुंचने के लिए काफी सिर खपाना पड़ा। इस मामले में पुलिस पहले ही 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। अप्राथमिकी आरोपित सौरभ की निशानदेही पर हरनौत से गुड्डू को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ के आधार पर बख्तियारपुर से सूरज को पकड़ा गया। फिर मुकेश गिरफ्तार हुआ। ये सभी धंधेबाजों को होम्योपैथ दवा सप्लाई करने में शामिल थे। इनसे पूछताछ के बाद होम्योपैथ चिकित्सक समेत तीन को पकड़ा गया है। एसआईटी मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए पूरा जोर लगा रही है।