परवेज अख्तर/सिवान: शहर के मोहन बाजार के राजेंद्र पड़ित के पुत्र अशोक पड़ित की बरात 26 अप्रैल को निकलनी थी. जिसमें अशोक के करीबी संबंधी ही शरीक होने आए थे. उसी बरात में शामिल होने दूल्हे की बड़ी बहन केसरी देवी आयी थी. सुबह में अचानक उल्टी शुरू हुई और अचेत हो गयी. परिजन नजदीकी डॉक्टरों के पास ले गए. तबतक दूल्हे की बहन केसरी देवी दम तोड़ चुकी थी. केसरी देवी की शादी छपरा जिला के एकमा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में प्रमोद पड़ित से हुई थी.
शव को हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार ससुराल के लोगों को बुला कर सौंप दिया गया. इधर राजेंद्र पंड़ित के पुत्र अशोक की बरात जीबी नगर थाना क्षेत्र के धनराजपुर तरवारा गम के माहौल में बिना बैंड बाजा व मंगल की निकली. बताया जाता है कि बर-बधू पक्ष के लोग आपस में मिल कर हित मित्र की राय से शादी संपन्न कर लेना मुनासिब समझा. दूल्हे की मां सुनैना देवी को एक तरफ बेटी की मौत व एक तरफ बेटे के विवाह का रस्म कुदरत का गजब दृश्य दिख रहा था. कभी चीत्कार मार कर रोती, कभी आस-पड़ोस की बहनों बेटियों की सांत्वना पर चुप हो जाती.