परवेज अख्तर/सिवान : जिले के हसनपुरा प्रखंड के पियाउर में शनिवार की शाम अज़्मते मुस्तफा कॉन्फ्रेंस का इंतखाब किया गया. इस दौरान मदरसा महमुदिया में पढ़ रहे बच्चों की हिफजे कुरान करने के बाद उनके दस्तारबंदी की गयी. जिसमें हिन्दुस्तान के विभिन्न राज्यों से आए ओलमा व सोहरा ने अपनी तकरीर और नातिया कलाम पेश की. जिससे लोगों के हुजूम को झूमने पर मजबूर कर दिया. जश्ने अज़्मते मुस्तफा कॉन्फ्रेंस में 40 हाफिज बच्चों के दस्तारबंदी हुयी. वहीं पिरो तरीकत हुज़ूरे गुलजार मियां से बैत होने एवम दीदार के लिए सैकड़ों की तादाद में पीर साहब के चाहने वाले शामिल हुए. भोपाल से आए मौलाना गुलाम जिलानी ने अपनी तकरीर में कहा कि हमें अपने बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ-साथ कहा कि अपने मां-बाप को सलाम प्रणाम करने से एक हज का सवाब मिलता है.
जश्न ए पाक कॉन्फ्रेंस की सदारत पियाउर के असजदा हजरत मौलाना कारी इमामुद्दीन नूरी साहब ने तिलावत ए क़ुरान से की. मध्यप्रदेश के हजरत अल्लामा मुफ़्ती गुलाम जिलानी अजहरी, मधुबनी से मौलाना फ़िरोज़ क़ादरी साहब, झारखंड से शायरे इंकलाब शम्स तबरेज़ साहब, देवरिया यूपी से सायरे हर दिल अजीज सोहराब क़ादरी एवं पिरो तरीकत गुलजार इस्माइली साहब मसौली शरीफ यूपी तशरीफ लाये थे. इनके इलावा नकीब ए अहले सुन्नत महबूब गौहर और मौलाना मेराज साहब भी तशरीफ लाए थे. जश्ने रहते आलम कॉन्फ्रेंस में आए सभी ओलमा व शोहरा ने कांफ्रेंस में शामिल लोगों को खिताब किया एवं दीन ए इस्लाम की बातें बतायी. वहीं मेहमान शोहरा शोहराब क़ादरी के नातिया कलाम पेश की. इस जलसा का मुख्य प्रबंधक रहे रहमत अली मिस्बाही के इलावा हफ़ीज़ मोहसिन राजा, मेराज़ साहब, हाफिज नेसार, अशरफ राजा, मो सारिक, फरमूद आलम, मो. इमामुद्दीन, मो. नेयाज, इम्तेयाज अली व मंजूर अली साहब कई अन्य लोगों का भी पूर्ण मुख्य योगदान की भूमिका रही.