पटना: बिहार में कोरोना की रफ्तार बढ़ते जा रही है। मंगलवार को आई रिपोर्ट में 5908 लोग पॉजिटिव पाए गए। वहीं, 5 लोगों की मौत भी हुई है। मृतकों में NMCH से 2, साईं हॉस्पिटल से 1, PMCH से 1 और भागलपुर से एक संक्रमित शामिल हैं। अकेले पटना में 2202 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इधर, सोमवार को कोरोना के 4,737 नए मामले सामने आए, जो रविवार के आंकड़े से 6% कम है। रविवार को 5,022 कोरोना केस आए थे।
वहीं, बीते दिन नए मामलों में कमी के कारण राज्य देश के टॉप-10 राज्यों के लिस्ट से बाहर हो गया। नए पॉजिटिव मामले में 11वें स्थान पर रहा। हालांकि, आंकड़ों में कमी सैंपल की जांच में कमी से आई है।
संक्रमण दर रविवार की (2.55%) की तुलना में अधिक है। बीते दिन राज्य की पॉजिटिविटी रेट 3.13% रही। यही कारण है कि एक्सपर्ट लोगों से सख्ती से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रहे हैं।
उनका कहना है कि कोरोना का केस अचानक घटता बढ़ता है और यह वायरस हालात बिगाड़ देता है। ऐसे में सावधानी बरतने और कोरोना की गाइडलाइन का पालन करके ही इस लड़ाई से जीता जा सकता है। बता दें, सोमवार को 1,51,475 लोगों की कोरोना जांच कराई गई। जबकि, रविवार को 1,96,909 सैंपल की जांच हुई थी।
वहीं, आंकड़ों की मानें तो बिहार में कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर काफी तेज है। दूसरी लहर (22 मार्च 13 अप्रैल 2021) में 22 दिन में सक्रिय मरीजों की संख्या 20 हजार के पार पहुंची थी, लेकिन तीसरी लहर (24 दिसंबर-10 जनवरी 2022) में 18 दिन में ही यह संख्या पार हो गई है। गनीमत है कि इस बार मौतें पिछली लहर से 83% कम हैं। दूसरी लहर में जब सक्रिय मरीजों की संख्या 20 हजार पहुंची थी तब तक 71 लोगों की मौत हो गई थी। इस बार अब तक 12 लोगों की जान गई है। कोरोना की पहली लहर (22 मार्च 2 अगस्त 2020) की रफ्तार धीमी थी, तब सक्रिय मरीज 20 हजार पहुंचने में 131 दिन लगे थे।