सार्वजनीक नाला सफाई को लेकर हुए विवाद में एक कुख्यात अपराधी समेत उसके पुरे परिवार के सदस्यों ने दिया घटना को अंजाम
परवेज अख्तर/सीवान :- कई संगीन मामलों में संलिप्त कुख्यात अपराधी अपने पुरे परिवार के साथ मिलकर एक 70 वर्षीय बृद्ध की रड व लाठी -दंडा से पीट -पीट कर मौत के घाट उतार दिया।बृद्ध की मौत के बाद पुरे गाँव में दहशत के साथ कोहराम मच गया।उक्त घटना जिले के मुफ्फसिल थाना इलाका के तड़वा गांव की है।घटना के सम्बंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार तड़वा गाँव निवासी शरीफ नवाज उर्फ़ अरबाज खान बिगत 27 जून को अपने घर के सामने सार्वजनिक नाला का सफाई करा रहे थे की इसी बीच इसी बीच इसी गाँव के कुख्यात अपराधी जावेद उर्फ़ डिस्को मियां आया और अरबाज खान से उलझ गया।और बोला की नाला का सफाई क्यों करा रहे हो यह मेरे जमीन में नाला है ।जबकी शरीफ नवाज उर्फ़ अरबाज खान का घर रोड के आमने-सामने है।रोड इस पार अरबाज का घर है और रोड उस पार कुख्यात जावेद उर्फ़ डिस्को मियां का घर है।दोनों के हुए बकझक दौरान बात धीरे-धीरे बढ़ती चली गयी।जिस पर जावेद उर्फ़ डिस्को मियां अपने परिवार संग मिलकर अरबाज खान वगैरह पर रड और लाठी -दंडा से हमला बोल दिया।इस हमला में शरीफ नवाज उर्फ़ अरबाज खान,एसरार अहमद खान,सरफराज उर्फ़ पवन ,मुमताज खान समेत आधा दर्जन लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो गए।आनन-फानन में सभी घायलों को इलाज हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।जिसमे घायल मुमताज खान की हालत को गम्भीर देखते हुये चिकित्सकों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया था।हमला के दौरान मुमताज खान को माथे पर रड से गम्भीर चोट लगने से ब्रेन हेमरेज हो गया था।घायल मुमताज खान एक सप्ताह तक पीएमसीएच में जिंदगी व मौत से जूझते हुए मंगलवार की रात करीब 11 बजे अंतिम साँस ली।उधर जैसे ही मुमताज खान की मौत की सुचना परिजनों को मिली तो परिजन दहाड़ मार रोने-बिलखने लगे।परिजनों के ह्रदय बिदारक आवाज सुनकर गाँव में कोहराम मच गया तथा रात्री में मृतक मुमताज खान के दरवाजे पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।बतादें की उक्त घटना की प्राथमिकी मृतक मुमताज खान के पुत्र सरफराज उर्फ़ पवन के बयान पर मुफ्फसिल थाना में बिगत 27 जून को दर्ज कराई गई थी।जिसमे गाँव के कुख्यात अपराधी जावेद उर्फ़ डिस्को मियां , कुख्यात के भाई अशरफ अली , अशरफ अली की पत्नी रौशन तारा खातुन उर्फ़ चिरई ,जावेद उर्फ़ डिस्को मियां की बहन शमीमा खातुन अशरफ अली के तीन पुत्र क्रमशः आरिफ अली,शहीद अली,व सैफ अली और इसी गाँव के क्यामुद्दीन मियां के दो पुत्र क्रमशः जावेद अली व इरफान अली को आरोपित किया गया था।उधर प्राथमिकी दर्ज के बाद मुफ्फसिल थाना पुलिस ने कारवाई करते हुए घटना में शामिल दो आरोपित क्रमशः आरिफ अली और शाहिद अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।जो अभी जेल से बाहर है। बतादें की मृतक मुमताज खान का भतीजा एसरार अहमद खान के चेहरे पर गम्भीर चोट लगने के कारण उसकी भी हालत चिंताजनक बतार्इ जा रही है जिसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
डिस्को को अपराधी कहने पर मृतक व चचेरा भाई को दारोगा ने थाना में 3 घण्टे तक जबरन बैठाये रखा
मृतक के चचेरा भाई व घायल शरीफ नवाज उर्फ़ अरबाज खान ने स्थानीय थाना पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा की बिगत 24 जून को इसी नाली को लेकर जावेद उर्फ़ डिस्को मियां मेरे व मेरे मृतक चचेरा भाई मुमताज खान के साथ और गाली -गलौज व आंशिक रूप से मारपीट की थी जिसकी लिखित शिकायत थाना में देने के लिए गया तो थाना में पदस्थापित दारोगा राजेन्द्र सिंह ने मुझे और मेरे मृतक चचेरा भाई के साथ भद्दी -भद्दी गली गलौज देते हुए बिना किसी कसूर के थाना के हाजत के पास जबरन बैठा दिये में दोनों आदमी को करीब 3 घण्टे तक पुलिस बैठा कर रखी हुई थी ।और जब मैं उनसे कारण पूछा की मेरी गलती क्या है तो उनके द्वारा गाली- गलौज करते हुए बोला गया की तुम जावेद उर्फ़ डिस्को मियां से पंगा ले रहे हो।और उसे अपराधी बोल रहे हो।तुम्हे बहुत महंगा पड़ेगा।बाद जब मेरे द्वारा बोला गया की ठीक है नही बोलूँगा तब दारोगा राजेन्द्र सिंह ने हम दोनों को मुक्त किये।तथा हमलोगों के द्वारा दी गई आवेदन को स्वीकार न कर अपने मन से जबरन आवेदन लिखवा कर प्राथमिकी दर्ज की गई।बतादें की 24 तारीख की घटना की प्राथमिकी शरीफ नवाज उर्फ़ अरबाज खान के बयान पर दर्ज की गई है।उधर परिजनों का यह आरोप है को पुलिस की इस कार्यशैली से घटना को अंजाम देने वाला अपराधी जावेद उर्फ़ डिस्को मियां का मन और बढ़ गया और इसी बिच पुनः एक सोची समझी साजिश के तहत 27 जून की दोपहर मेरे पुरे परिवार पर हमला किया गया।उस हमले के शिकार मेरे चचेरे भाई मुमताज खान की मौत पीएमसीएच में मंगलवार की रात्रि करीब 11 बजे हो गई।परिजनों का कहना है की अपराधी को अपराधी कहने पर पुलिस ने हमलोगों की मदद नही की।अगर पुलिस बिगत 24 जून की घटना को गम्भीरता से लेती तो शायद हमलोगों के हरा भरा परिवार में ख़ुशी की जगह कोहराम नही मचती।और 27 जून को पुनः घटना नही घटती।
पटना से शव पहुँचते ही गाँव में मचा कोहराम
जैसे ही मृतक मुमताज खान का शव पोस्मार्टम के बाद पीएमसीएच से उनके पैतृक गाँव तड़वा पहुँचा तो परिजनों के हृदय बिदारक चित्कार से पूरा गाँव शोकाकुल हो गया।शव वाहन देख “क्या बूढ़े, क्या नौजवान एका -एक सभी लोग उनके घर के तरफ दौड़ पड़े।परिजनों के रोने-बिलखने की आवाज सुनकर उपस्थित लोग भी अपनी-अपनी आँखो के आँसू को नही रोक पाये।मृतक की पत्नी शायदा खातुन,पुत्री क्रमशः बेबी खातुन,मुन्नी खातुन व पुत्र सरफराज खान उर्फ़ पवन , कौशर खान का रोते रोते बुरा हाल हो गया है।बतादें की मृतक का एक पुत्र टुनटुन खान जो बिदेश में नौकरी करते है।मृतक के दो पुत्री व तीन पुत्र है।