परवेज अख्तर/सिवान : जिले के हुसैनगंज प्रखंड के फरीदपुर गांव में महान स्वतंत्रता सेनानी एवं बैरिस्टर मौलाना मजहरुल हक साहेब की 152वीं जयंती राजकीय उत्सव के रूप में मनाई गई। सर्व प्रथम कुरानखानी किया गया, उसके बाद प्रभारी मंत्री सह पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, जिलाधिकारी रंजिता समेत अन्य पदाधिकारियों द्वारा मौलाना साहब के मजार पर चादरपोशी की गई। तत्पश्चात फतया पढ़ाया गया। चादरपोशी के बाद डीएम के कार्यवश निकल गई। समारोह को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार गुप्ता ने मौलाना साहब की राजनीतिक एवं आजादी की लड़ाई में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मौलाना साहब के पदचिह्नों पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। विधान पार्षद शिव प्रसन्न यादव ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मौलाना साहब के ज़माने में पंडित मोतीलाल नेहरू सहित डॉ. राजेंद्र प्रसाद, महात्मा गांधी से लेकर कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता उनके घर आशियाना में पधार चुके हैं। इस दौरान कई जनप्रतिनिधियों ने उनके मजार पर चादरपोशी तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा आदर्शों को आत्मसात करने पर बल दिया। मौलाना साहब के पोते अब्दुल्ला फारुकी ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार जयंती पर ही मौलाना मजहरुल हक साहब को याद करती है तथा तरह-तरह की वादे पूरी करने का आश्वासन देती है। इसके बाद भूल जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घोषित अब तक कोई भी वायदा पूरा नहीं किया गया। आशियाना की जर्जर स्थिति की जीर्णोद्धार हेतु जो काम हो रहा है वह उनकी ज़मीन बिक्री कर की जा रही है। आज ये हालात है देश के लिए मरमीट जाने वालों का। मंच संचालन प्रो. असरार अहमद ने किया। इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीओ अमन समीर, एएसपी कांतेश कुमार मिश्र,बीडीओ दीपक कुमार, सीओ सिद्धनाथ सिंह, प्रखंड प्रमुख राजाराम साह, जदयू जिलाध्यक्ष इंद्रदेव सिंह पटेल, मुर्तुज़ा अली कैसर, राकेश बिहारी सिंह, राजद विधायक हरिशंकर यादव, पूर्व कबीना मंत्री अवध बिहारी चौधरी,राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम, अरमानुल्लाह सिद्दीकी, बबलू अंसारी, जिप अध्यक्ष संगीता देवी, थानाध्यक्ष, अरुण कुमार सिंह, कुंदन कुमार,जहांगीर खान, राकेश कुमार सिंह, शिव शंकर सिंह, रामविचार राम,जिप अध्यक्ष संगीता देवी, जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष मुर्तुजा अली कैसर,जदयू जिलाध्यक्ष इंद्रदेव पटेल, हुसैनगंज बीडीओ,सीओ, हसनपुरा बीडीओ, जीरादेई सीओ, राजद जिलाध्यक्ष परमात्मा राम,पूर्व कबीना मंत्री अवधबिहारी चौधरी, लीलावती गिरि, चंद्रमा प्रसाद,नंदलाल राम, हरेंद्र सिंह, ओसिहर यादव, धनंजय कुशवाहा, लोजपा मुजफ्फर इमाम, मो. अरमान, मो. अकरम, इकबाल अहमद, प्रो. महमूद हसन अंसारी, सत्येंद्र मिश्रा, कांग्रेस जिला कमेटी के पूर्व उपाध्याय पं. अवधेश मिश्र, रामदेव विचार मंच के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह, युवा नेता मो. अलसउद अहमद, नूर आलम, अमित सिंह, मो. जैद रजा, नागेंद्र पासवान, अरविंद गुप्ता,बाबूलाल चौधरी, कृति नारायण, अरविंद सिंह, गोल्डेन शाही, सपा के कपिलदेव चौधरी, युवा संघर्ष मोर्चा के संयोजक सलीम सिद्दीकी पिंकू ने मौलाना मजहरुल हक, मो. इरफानुल्लाह, आसिफ अली, मो. सलमान, मेराज अहमद आदि उपस्थित थे।
विभिन्न विभागों के लगाए गए थे स्टॉल
मौलाना मजहरुल हक साहब की जयंती पर उन सपा के कपिलदेव चौधरी, के आशियाना के पास विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए थे जिसमें भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, जीविका, समेकित बाल विकास परियोजना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, उद्योग विभाग, ईवीएम, रक्तदान आदि प्रमुख थे।
तरवारा मजहरुल हक डिग्री कॉलेज तरवारा सिवान में कौमी एकता के प्रतीक एवं महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मजहरुल हक की जयंती प्राचार्य प्रोफेसर सुबोध कुमार की अध्यक्षता में मनाई गई। इस मौके पर मौलाना मजहरुल हक के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्पलिया गया। माल्यार्पण के बाद प्राचार्य ने कहा कि मौलाना मजहरुल हक साहब महान स्वतंत्रता सेनानी एवं कौमी एकता के प्रतीक थे।उनके आदर्शों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. अवधेश शर्मा ने भी मौलाना साहब के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजा के छात्र प्रिंस कुमार ने किया। एनएसएस की छात्रा सोनू शर्मा, अलका कुमारी ने भी अपना विचार व्यक्त किया।
कॉलेज के भोजपुरी विभाग के विभागाध्यक्ष कामता सिंह ने उनके जीवनी से संबंधित कविताएं और संगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रो. अमरनाथ सिंह, प्रो. डॉ. अजीत कुमार अस्थाना, प्रो. नागेंद्र सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना के रूपेश कुमार, मुकेश कुमार, विनीता कुमारी, पूजा कुमारी, संध्या कुमारी सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं एवं और शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी मौजूद थे। उपस्थित थे।