परवेज अख्तर/सिवान : शहर के दरोगा प्रसाद राय डिग्री कॉलेज परिसर में रविवार को हर साल की भांति इस साल भी स्वतंत्रता समिति व कौमी एकता के प्रतीक मौलाना मजहरुल हक की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस दौरान उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया। एनएसएस के छात्रों ने स्वागत गान प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया। पूर्व मंत्री सह आयोजन समिति के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने स्वागत भाषण देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही शॉल व माला से स्वागत किया। कहा कि इस अवसर पर चर्चित विद्वानों, चिंतकों व गंभीर विचारकों की सहभागिता से हम धान्य होते रहे हैं। इस कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, डॉ. अनिल चमड़िया, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. नवलकिशोर, जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ. हरिकेश सिंह, एमएलसी वीरेंद्र नारायण, प्रो. लालबाबू प्रसाद आदि ने समारोह में पहुंचकर और शोभा बढ़ा दी है। कार्यशाला में उक्त वक्ताओं ने कहा कि स्थानीय, प्रांतीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर हक साहब का पड़ाव प्रेरक है। इनके आदर्श और विचार पूर्ण प्रासंगिक हैं। खास करके आज के भारत और भारतीय समाज की वर्तमान परिस्थिति में जहांहमारी गंगा-जमुनी संस्कृति के स्वरूप और सद्भावना को विकृत करने की चेष्टा में छद्म राष्ट्रवादी अपने को गौरव का अनुभव करने लगे हैं। सारे दरख्त काटकर साया तलाश करने वालों को आज की संगोष्टी से सीख मिलेगी। सत्र के बाद शोधार्थी द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किया गया। अध्यक्ष ने बताया कि संध्या में भारतीय स्तर पर कवि सम्मेलन और मुशायरे की भव्य प्रस्तुति होगी। मौके पर कॉलेज के शिक्षक, छात्र-छात्राएं सहित गणमान्य लोग शामिल थे।
राष्ट्रीय स्तर पर मौलाना मजहरुल हक का पड़ाव प्रेरक है
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