परवेज अख्तर/सिवान : शहर के जेडए इस्लामिया पीजी कॉलेज परिसर में रविवार को सखिरी महिला विकास संस्थान द्वारा यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में घरेलू हिंसा रोकने से लेकर बाल-विवाह, जेंडर रहित समाज का निर्माण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता अधिवक्ता सुभाष्कर पांडेय ने कहा कि कानून से कभी भी घरेलू हिंसा को समाप्त नहीं किया जा सकता है। इसके लिए समाज व परिवार को पहल करना होगा। उन्होंने घरेलू हिंसा रोकने के लिए युवाओं को आगे आने की अपील की। इसके अलावा कई वक्ताओं ने अलग-अलग अपने विचार को रखा। जननायक संघ इप्टा की ओर से बाल-विवाह उन्मूलन के प्रति नृत्य, लघु नाटक को प्रस्तुत किया गया। इसमें अर्जुन कुमार, शिवम कुमार, सपना, हरिश्चंद्र, कोमल, शिवांगी, मोहित सहित कई कलाकार शामिल थे। संस्था की सचिव उर्मीला ने अतिथियों का स्वागत कर बीस गांवों में संस्थान द्वारा घरेलू हिंसा, बाल-विवाह पर चलाए जा रहे जागरुकता अभियान की जानकारी विस्तार से दी। बताया कि एक गांव में युवा, किशोर, किशोरी व महिलाओं का ग्रुप बनाया गया है। जो शारीरिक हिंसा, लैंगिक हिंसा, मौखिक और भावनात्मक हिंसा, आर्थिक हिंसा के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे है। साथ ही इन हिंसाओं से निपटने के लिए कहां जाएं, किससे शिकायत करें, इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं। कार्यक्रम में काफी संख्या में महिलाएं व गणमान्य लोग शामिल थे।
कानून से कभी समाप्त नहीं हो सकेगी घरेलू हिंसा: सुभाष्कर
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