परवेज अख्तर/सिवान : जिले के आंदर प्रखंड में राशन कार्ड सूची का प्रकाशन होते ही प्रखंड के ग्रामीणों में खलबली मच गई है। राशन कार्ड सूची में एक साल बाद 1034 ही व्यक्तियों का नाम आया है। सूची में प्रखंड के 11 पंचायतों में लगभग 1034 ही लोग गरीब, किसान मजदूर हैं। ज्ञात हो कि प्रखंड के असांव पंचायत 70,मानपुर पतेजी में 162, पतार में 21, अर्कपुर में 111, सहसराव में 67, खेढ़ांय में 35, आंदर में 92, बलिया 196, भवराजपुर में 82, जमालपुर पंचायत में 71 लाभुकों का नाम है। इन 11 पंचायत में कुल 5594 लोगों ने आरटीपीएस काउंटर पर फॉर्म जमा किया था, लेकिन 1034 व्यक्तियों का ही नाम सूची में आया है। 768 लोगों का जांच में रखा गया है। सूची देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि राशन कार्ड बनवाने के दौरान नियमों को ताक पर रख दिया गया है। चिंता देवी, रमेश राम, उमेश राम, विनोद चौहान, कृष्णा यादव, संतोष गोड़, शैलेश बैठा, मंजू देवी, विनोद गोड़, बसंत गोड़, मुन्नी देवी, प्रेमनाथ यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि राशन कार्ड बनवाने में फर्जीवाड़ा एवं धांधली किया गया है। इस संबंध में बीडीओ नीलम समीर ने बताया कि राशन कार्ड में जिन गरीब लोगों का नाम छूट गया है, वे प्रखंड में शिकायत दर्ज कराएं, उनका जोड़ा जाएगा। अगर राशन कार्ड सूची में संपन्न एवं सरकारी कर्मचारी का नाम जुड़ा है उन सभी का नाम हटाया जाएगा।
राशन कार्ड बनाने में की गई धांधली, बने महज 1034 कार्ड
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