सीमावर्ती गोपालगंज के मांझागढ़ थाना क्षेत्र में घटी घटना
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के उत्तर दिशा में अवस्थित गोपालगंज जिले के मांझा थानाक्षेत्र के धर्मपरसा बाजार समीप शनिवार की देर रात्रि बाइक सवार बदमाशों ने जियो प्वाइंट के मैनेजरों से लूट की कोशिश की, जब अपराधियों को इसमें सफलता नहीं मिली तो उन्हें चाकू मारकर घायल कर दिया। घायलों में एक की हालत शरीर से अधिक खून गिर जाने के कारण गंभीर बनी हुई है। घटना के जान बचाकर भाग रहे दोनों व्यक्ति बड़हरिया थाना के समीप आकर सड़क पर गिर गए। इसके बाद थानाध्यक्ष ने घायलों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया, जहां स्थिति नाजुक देख एक को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायलों की पहचान पचरुखी थाना के चांदपुर गम्हरिया गांव निवासी अनुज कुमार सिंह और दूसरा सराय मोड़ बेबी लाइट समीप निवासी राजन कुमार बताया जाता है। घायलों में अनुज की स्थिति नाजुक है। इधर मामले में पुलिस ने देर रात तक अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, लेकिन कुछ खास सुराग नहीं मिला। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित जियो आफिस में ये दोनों कार्यरत हैं। दोनों बाइक पर सवार होकर सिवान से मोतिहारी जिले के चकिया कार्यालय में गए हुए थे। लौटने के क्रम में गोपालगंज जिले के मांझागढ़ थाना क्षेत्र के धर्मपरसा बाजार के समीप अपराधियों ने इन्हें ओवर टेक कर लूट का प्रयास किया। जब वे असफल रहे तो चाकू मार कर दोनों को घायल कर दिया। इसी क्रम में सामने से आ रही एक गाड़ी की लाइट देख अपराधी फरार हो गए। इसके बाद दोनों घायल अपनी जान बचा कर घायलावस्था में सिवान की तरफ भागे। तभी बॉर्डर पर तैनात थाने के सहायक अवर निरीक्षक विपिन कुमार महतो ने फोन पर सूचना दी कि दो व्यक्ति खून से लथपथ होकर बड़हरिया की तरफ तेज गति से जा रहे हैं। सूचना पाकर थानाध्यक्ष जैसे ही गेट पर पहुंचा तो थोड़ी देर में बाइक सवार मेरे ही समक्ष लड़खड़ा कर जमीन पर गिर पड़े। आनन-फानन में दोनों घायलों को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। जहां दोनों घायलों का उपचार किया गया। उपचार के बाद चाकूबाजी में आंशिक रूप से घायल जियो मैनेजर को घटनास्थल पर ले गया, लेकिन घटनास्थल पर मेरे क्षेत्र के बाहर था। फिर भी घायलों की निशानदेही पर सीमावर्ती इलाके में अपराधियों की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटनास्थल सीमावर्ती जिला गोपालगंज में पड़ता है। इसलिए दोनों घायलों द्वारा मुझे कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है।