परवेज अख्तर/सिवान : रामजन्म की कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य के जन्म जन्मांतरों के समस्त पापों का क्षरण हो जाता है।उक्त बातें गुठनी के ममऊर गांव में चल रहे नौ दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दौरान मंगलवार की शाम अयोध्या से चलकर आई प्रसिद्घ प्रवचनकर्ता जया किशोरी ने कही। उन्होंने रामचरित मानस के चौपाई के माध्यम से कहा कि जब जब होई धरम की हानी, बाढ़ेउ असुर अधम अभिमानी, तब तब विधि धरि विविध शरीरा हरहूं कृपा निधि सज्जन पीरा। यानी पृथ्वी पर जब धर्म की हानि और अधर्म का प्रभाव बढ़ता है तब तब भगवान खुद मानव रूप धारण कर पृथ्वी पर आते हैं और पाप तथा पापियों का नाश करते हैं। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
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