परवेज अख्तर/सीवान:- जिले के जामो थाना क्षेत्र के बाल्डीहा गांधी आश्रम स्थित झारी से 22 वर्षीय मृत महिला के शव 15 मई की सुबह ग्रामीणों की सूचना पर पहुंच कर पुलिस ने शव को बरामद किया था लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बावजूद पोस्टमार्टम कराने के बाद भी मृत अज्ञात महिला का पहचान अब तक नहीं कर पाई है ग्रामीण सूत्र की माने तो पुलिस अगर मामले में रूचि लेती और उक्त महिला का दोनों हाथों की अंगुलियों का फिंगर प्रिंट निकलवा दी तो निश्चित ही महिला की नाम ग्राम एवं थाने की पहचान आसानी से हो जाती और हत्यारों द्वारा हत्या कर शव को फेंके जाने का खुलासा भी आसानी से हो जाता किंतु अब तक पुलिसिया कार्रवाई पूरी गंभीरता के साथ नहीं किए जाने की वजह से खुलासा नहीं होने पर तरह-तरह के अटकलों का बाजार गर्म है लोग कह रहे थे कि गत वर्ष 2014 के मई माह में ही बाल्डीहा गांव के मुख्तार साईं अपने घर में अपने अकेली पोती 16 वर्षीया को अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म कर अपने ही खेत में कुदाल से खोदकर गाड़ दिया था और ग्रामीणों के रुचि पर पुलिसिया कार्रवाई किए जाने से उक्त बच्ची का शव बरामद हुआ था यह घटना इसके पूर्व भी ऐसी घट चुकी है उद्भेदन नहीं होने से बाल्डीहा गांव के लोग पुलिस की निष्क्रियता बताने से नहीं हिचक रहे हैं वही इधर जामो थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद से शुक्रवार की शाम बताया है कि स्थानीय चौकीदार राजेश्वर पासवान के लिखित बयान पर अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध प्राथमिकी कांड संख्या 75 बटा 19 दर्ज कर मामले को पूरी गंभीरता के साथ कार्रवाई की जा रही है शीघ्र ही हत्याकांड का अंजाम देने वाले हत्यारों तक पुलिस पहुंच कर उन्हें जेल के सलाखों में डाल देगी।।
पुलिस अंगुलियों का फिंगर प्रिंट निकलवा दी तो हो सकता था खुलासा
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