परवेज अख्तर/गोपालगंज : जिले के हथुआ स्थानीय अनुमण्डल से कार्यपालक दंडाधिकारी के न्यायालय से शपथ पत्र बनवाना टेढ़ी खीर के समान है। एक शपथ पत्र बनवाने के लिए आपको पुरा दिन गवाना पड़ सकता है। इसके बाद भी शपथ पत्र बन कर मिलेगा या नहीं कहना मुश्किल है। स्थिति यह है कि यहाँ वृद्ध, बिधवा व दिव्यांग सबको एक समान सेवा दी जा रही है। शपथकर्ता कि पहचान अनुमण्डल के अधिवक्ताओं द्वारा करने के बाद भी कार्यपालक दंडाधिकारी अपने समक्ष पुछताछ के लिए बुलाते है। जिससे एक शपथ पत्र बनवाने के लिए लोगों को पुरा दिन साहेब का इंतजार करना पड़ता है। साहब शापथ के लिए कब बुलाएंगे लोगों को सुबह से लेकर पुरा दिन इंतजार करना पड़ता है। अनुमण्डल के हथुआ, भोरे, उचकागांव, फुलवरिया, काटेया, पंचदेवरी और विजयीपुर से प्रतिदिन सैकड़ो लोग विभिन्न कार्यों के लिए शपथ पत्र बनवाने पहुंचते है। जिनको पुरा दिन फजीहत झेलनी पड़ती है। शपथ बनवाने पहुंचा दिव्यांग हरिकेश, मंजेश कुमार, सोनू कुमार, अमरजीत साह, धनश्याम, साजिदा बेगम, सुमन कुमारी, आरती आदि ने बताया कि सुबह में शपथ बनवाने के लिए सबकुछ करके कार्यालय में जमा कर दिया गया। कार्यालय के बाबू द्वारा प्रति शपथ पत्र पर बीस रुपये से लेकर पचास रुपया वसूल किया गया। इसका विरोध करने पर शपथ पत्र को जमा नहीं ली जा रही थी। लोगों का कहना था का अनुमण्डल दंडाधिकारी की यह मनमानी चल रही है। जब मन मे आया कार्य किये। वहीं अनुमण्डल अधिवक्ता संघ के सदस्यों का कहना है कि जब अधिवक्ता ने पहचान कर अपना हस्ताक्षर कर दिया। तो बुलाने की आवश्यकता ही नहीं है।
बिना पैसा लिए नहीं बनाया जाता शपथ पत्र
विज्ञापन