परवेज अख्तर /दरौली (सिवान):- कृषकों द्वारा गेहूं कटाई करने के बाद पराली (गेहूं कटाई के बाद अवशेष डंठल) अक्सर जला दिया जा रहा है। जिससे खेत की उर्वरा शक्ति तो कम हो ही रही हैं कभी-कभी तो आस पास के गांवों में भीषण अगलगी की संभावना बढ़ जा रही है। इस तरह के गैर जिम्मेदाराना रवैये से लोग भयभीत हो जा रहे हैं। विगत कई दिनों से मुख्यालय दरौली के ताल में, रामपुर निकरी, दोन सहित कई गांवों में यह दृश्य दिखाई पड़ रही है। रविवार को दोपहर में दरौली-मैरवा मुख्य मार्ग पर बवना-कन्हौली गांव के बीच में किसी अज्ञात के द्वारा खेत के पराली(डंठल) में आग लगा दिया गया। आग धीरे-धीरे फैलते हुए तेजी से आसपास के डोभिया, कनैला, तरीवनी गांव के नजदीक भी जा पहुंची। आग जब गांव के नजदीक पहुंच गई तो गांव वासियों को अगलगी की चिंता सताने लगी। उसके बाद गांववासियों ने सीओ संजीव कुमार सिन्हा एवं थानाध्यक्ष जयनारायण राम को अगलगी की सूचना देने के बाद आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। अगलगी की सूचना पर अग्रिशमन यंत्र पहुंच आग पर काबू पा लिया गया। इस दौरान दो घंटों तक दरौली-मैरवा मुख्य मार्ग पर बवना-कन्हौली के पास राहगीरों की रफ्तार थम गई थी। आने जाने वाले राहगीर परेशान रहे। वहीं सीओ संजीव कुमार सिन्हा द्वारा लोगों से पराली न जलाने का आह्वान किया गया।
खेत में आग लगाने के दौरान भयावह रूप देख ग्रामीण हुए भयभीत
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