सम्पूर्ण जिले में आपसी सौहार्द के बीच मनाया गया मुहर्रम पर्व
एक से बढ़कर एक तरह की बनाई गई थी ताजिया
सरपट दौड़ती रही प्रशासन की गाड़ियां
परवेज़ अख्तर/सिवान:- कर्बला के मैदान में हसन-हुसैन की शहादत की याद में मनाए जाने वाला मुहर्रम की दसवीं तारीख पर मातमी धुन के साथ मंगलवार की संध्या शांतिपूर्ण तरीके से अलम व ताजिए के जुलूस निकाले गए। हुसैन की सदाओं के साथ अजादारों ने सीनाजनी, नौंहाख्वानी और मरसिया भी किया। हरे-हरे झंड़े के साथ या हसन या हुसैन के नारे लगाते हुए जुलूस के लोग मातम कर रहे थे। जिलेवासियों ने कौमी एकता का परिचय देते हुए निर्धारित समय से जुलूस को निकाला। जोहर की नमाज पढ़ने के बाद विभिन्न मोहल्लों से जुलूस को निर्धारित समय से निकाला गया। शहर में इस दौरान सड़कों पर युवा या हसन-या हुसैन के नारे लगाते हुए देखे गए। वहीं ताजिया की सजावट और जुलूस में निकाली गई झांकियां देखने के लिए पूरा शहर सड़कों पर उमड़ गया था। लोगों के हुजूम को देख ऐसा लग रहा था जैसा कि हसन-हुसैन के शहादत को याद कर रहे हैं। कई जगहों पर मेला का आयोजन किया गया। मुहर्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। शहर के खुरमाबाद, ओरमा, छपिया, बिंदुसार, हकाम, समेत जिला मुख्यालय के विभिन्न मोहल्लों से ताजिया के साथ मुहर्रम का जुलूस निकाला गया। जुलूस के दौरान जगह-जगह देशभक्ति को दिखाते हुए तरह-तरह की झांकियां निकाली। जिनमें युवा तिरंगा झंडे को हाथों में लेकर लहरा रहे थे। अलग-अलग मोहल्लों में निकले ताजिया जुलूस में काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ हिंदू समुदाय के लाेगों ने भाग लिया। वहीं मुस्लिम भाइयों के साथ हिंदू भाइयों ने भी लाठी, तलवार, भाला, आदि परंपरागत हथियारों के साथ करतब दिखाया। वहीं ढोल-तासों, नगाड़ों की आवाज से पूरा वातावरण गूंज उठा था। पदाधिकारी पल-पल की खबरें ले रहे थे तथा पुलिस जवानों को निर्देश दे रहे थे। सभी जुलूस अपने निर्धारित समय व रूट के अनुसार निकाले गए थे। शाम के वक्त के कर्बलाओं में ताजिया की मिट्टी को दफन किया गया।उधर इसके अलावा गुठनी,मैरवा नौतन,सदर आदि प्रखंड के बिभिन्य गांव से भी इमाम हसन हुसैन की याद में आकर्षित ताजिया के साथ जुलूस निकाली गई।लोगों ने एक से बढ़ एक तरह का करतब दिखाया।वहीं गोरेयाकोठी, बसंतपुर, बड़हरिया,व भगवानपुर प्रखंड के बिभिन्य गांव में मातमी माहौल के बीच मुहर्रम पर्व का समापन हुआ। पर्व को लेकर स्थानीय प्रशासन की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती रही बड़हरिया में जुलूस के दौरान युवाओं की संख्या अच्छी खासी देखी गई कई जगहों पर हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए जा रहे थे वही पचरुखी प्रखंड के चाप, हरदिया ,माहपुर, अतरसुआ,महादेवा,बिंदुसार, दारोगाहाता, बैशाखी, बड़कागांव ,सहलौर,सुरबाला आदि गांव में भी ताजिया के साथ जुलूस निकाला गया।