मामला शिक्षक द्वारा कनीय अभियंता पर जानलेवा हमला का, एक माह बीत जाने के बाद भी नही हुई कोई भी कार्यवाही
डीपीओ एसएसए द्वारा शिक्षकोपस्थिति जब्त करने में आदेश के बाद पंजी में हुई है घोर छेड़छाड़
परवेज अख्तर, सिवान : शिक्षक द्वारा कनीय अभियंता पर जानलेवा हमला मामले में एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से जिले के शिक्षा विभाग के सर्व शिक्षा अभियान के कनीय अभियंता में रोष व्याप्त है। मामले के एक माह बीत जाने के बाद भी ना ही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं ना ही भगवानपुर थाना द्वारा दोषी शिक्षक के ऊपर कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण जिले के कनीय अभियंताओं ने विभाग को चेतावनी दी है कि अगर शिक्षक के ऊपर कार्यवाइ नहीं होगी तो वह अगले माह सामूहिक हड़ताल पर जाएंगे। ज्ञात हो कि भगवानपुर हॉट में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत पदस्थापित कनीय अभियंता दीपक कुमार राय के ऊपर भगवानपुर हाट प्रखंड के नया प्राथमिक विद्यालय कोइरीगावां के शिक्षक प्रवीण कुमार ने जानलेवा हमला किया था। बता दें कि हमला के बाद सर्व शिक्षा अभियान के कनीय अभियंताओं ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान को लिखित आवेदन दिया कि दोषी शिक्षक के ऊपर कारवाई की जाए अन्यथा मजबूरन कनीय अभियंता आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसके बाद मामले में पहल करते हुए डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान समर बहादुर सिंह ने दोषी शिक्षक प्रवीण कुमार, विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं घटना के दिन प्रभार में रहे प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण करते हुए शिक्षक उपस्थिति पंजी को जब्त करने का निर्देश दिया। जब विद्यालय को इस बात की जानकारी हुई तो शिक्षक उपस्थिति पंजी में घोर छेड़छाड़ की गई। जिससे यह अनुमान लगाया जाता है कि दोषी शिक्षक को बचाने के लिए विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षक भी इसमें मिले हैं। बता दें कि दोषी शिक्षक प्रवीण कुमार वर्ष 2018 में शिक्षक उपस्थिति पंजी में कई जगह व्हाइटनर का प्रयोग किए हैं। इतना ही नहीं वह रविवार को भी अपना उपस्थिति दर्ज कराएं हैं। शिक्षक उपस्थिति पंजी के अनुसार 28 जनवरी को रविवार के दिन प्रवीण कुमार ने अपनी उपस्थिति पंजी में दर्ज की है। साथ ही साथ प्रवीण कुमार ने मार्च माह में 15 एवं 16 मार्च को विशेषावकाश दर्शाया है जो केवल महिलाओं के लिए है। इसका खुलासा तब हुआ जब डीपीओ एसएसए द्वारा शिक्षक उपस्थिति पंजी जब्त करने का निर्देश मिला। जिसके बाद आनन-फानन में दोषी शिक्षक ने उस पर व्हाइटनर लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई एवं टिप्पणी में लिखा कि गलती से विद्यालय की महिला शिक्षिका वीणा कुमारी के स्थान पर विशेषावकाश मेरे पर चढ़ा दिया गया था। इसकी पुष्टि विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने भी अपना हस्ताक्षर कर कर दिया लेकिन एक चूक पंजी में छोड़ दिया उन्होंने अपने हस्ताक्षर के नीचे दिनांक देना भूल गया है कि किस दिनांक को टिप्पणी को स्वीकार किए हैं। लेकिन इस बात पर कनीय अभियंता ने बताया कि मार्च माह में ही महिला शिक्षिका विशेष अवकाश क्यों ली जबकि अन्य माह में नही ली यह भी जांच का विषय बनता है। इतना ही नहीं दोषी शिक्षक ने कनीय अभियंता के साथ हुए हमले के दिन भी विद्यालय में अपनी उपस्थिति बनाई थी लेकिन जब जांच की बात सामने आई तो वह आनन-फानन में वहां भी व्हाइटनर लगा दिया ताकि पता ना चले। वही स्पष्टीकरण में दोषी शिक्षक, प्रधानाध्यापक एवं घटना के दिन प्रभार में रहे प्रधानाध्यापक ने अपना अलग-अलग जवाब डीपीओ को दिया है। लेकिन मामले में कनीय अभियंताओं का कहना है कि अभी तक जिला शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर राय द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है एवं ना ही इसकी जांच के लिए कोई टीम गठित की गई है। वही जब शिक्षक उपस्थिति पंजी में हुए छेड़छाड़ के बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भगवानपुर रास बिहारी दुबे से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि शिक्षक उपस्थिति पंजी में एक जगह व्हाइटनर लगाना सही माना जा सकता था लेकिन कई जगह व्हाइटनर लगाया गया है इससे यह स्पष्ट होता है कि पंजी में छेड़छाड़ किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा एक ही शिक्षक के साथ क्यों हुआ है अन्य शिक्षकों के साथ क्यों नहीं हुआ है यह जांच का विषय है। व्हाइटनर केवल एक ही शिक्षक की उपस्थिति में क्यों लगाएं गए है। इससे यह साबित होता है कि दोषी शिक्षक को बचाने की कयावाद विद्यालय द्वारा की जा रही है। वहीं कनीय अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि इस मामले में कार्यवाही नहीं होगी तो जिले के सभी कनीय अभियंता अगले माह से सामूहिक हड़ताल पर जाएंगे। बता दे कि मामला 20 मार्च की घटित हुई है जब विभागीय आदेश 329 दिनांक 23 फरवरी 18 के आलोक में प्रखंड संसाधन केंद्र भगवानपुर हॉट में 20 मार्च को विभागीय कार्यों की समीक्षा के लिए प्रखंड के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक आहूत की गई थी जिसमें भवन निर्माण से लेकर अन्य कार्यों की समीक्षा विभागीय आदेश पर की जा रही थी। बैठक खत्म होने के बाद जिला से आए पदाधिकारियों के जाने के बाद कनीय अभियंता दीपक कुमार राय के ऊपर शिक्षक प्रवीण कुमार ने जानलेवा हमला कर दिया था। हो-हल्ला करने के बाद उपस्थित लोगों ने समझा बुझा कर मामले को शांत कराया. जिसके बाद कनीय अभियंता ने विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ-साथ भगवानपुर थाना, एसपी, डीएम को लिखित शिकायत की थी। लिखित शिकायत के बाद भगवानपुर थाना में शिक्षक के खिलाफ कांड दर्ज की गई जिसका संख्या 74/18 है लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाइ थाना स्तर से भी नहीं की गई है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]