परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिले में पिछले कई दिनों से लगातार उपभोक्ता एलपीजी की किल्लत से जूझ रहे हैं। इंडेन में बुकिंग करने के ग्यारह दिन बाद उपभोक्ताओं को सिलेंडर की डिलेवरी मिल रही है। इसकी वजह से सिलिंडरों का खूब कालाबाजारी हो रही है। यहां 14.2 किलोग्राम का घरेलु सिलिंडर ब्लैक में एक हजार तक में लोग खरीदने पर मजबूर हैं। दरअसल इंडेन गैस सिलिंडरों की जिले में कम आपूर्ति से यह स्थिति उत्पन हुई है। जिले में सबसे अधिक उपभोक्ता इंडेन के हैं। जिले के कुल 42 गैस एजेंसियों में 26 इंडेन के हैं। जबकि आठ-आठ एचपी और गैस के हैं। वहीं शहर में कुल सात गैस एजेंसियां हैं। इनमें पांच इंडेन के हैं। बताया जा रहा है कि जिले में करीब साढ़े चार लाख एलपीजी उपभोक्ता हैं। इनमें तीन लाख से ज्यादा उपभोक्ता इंडेन गैस के हैं। जानकारों की माने तो इंडेन गैस की कम आपूर्ति से ही जिले में सिलिंडरों की किल्लत है। वहीं एचपी गैस में बैकलॉग खत्म हो गया है।
ट्रकों को लगता है आने-जाने में पांच दिन
जिले में एलपीजी सिलिंडरों की आपूर्ति में सबसे बड़ी परेशानी ट्रकों के जाम में फंसने से हो रही है। गीधा स्थित प्लांट से एलपीजी लेकर जिले में पहुंचने वाले ट्रकों को एक राउंड पूरा करने में करीब पांच दिनों तक का वक्त लग रहा है। छपरा के डोरीगंज से लेकर कोइलवर तक ट्रकों का जाम लगारहता है। इन्हीं जाम में गैस लेकर आने वाली ट्रकों को भी पुलिस खड़ी कर देती है। फलस्वरुप यह समस्या उत्पन्न हो रही है। बड़े ट्रक पर साढे चार सौ सिलिंडर लदा होता है जबकि छोटे ट्रक पर तीन सौ छह सिलिंडर होता है।
कम सिलिंडर की आपूर्ति होने से लोगों को एलपीजी की डिलेवरी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। दरअसल जाम की वजह से सिलिंडर से लदे ट्रकों को आने में देरी हो रही है। फिलहाल स्थिति में सुधार नहीं दिख रही है।
विकास कुमार सिंह, रिचा गैस एंजेसी, सीवान