परवेज अख्तर/सिवान:- लोक आस्था का महापर्व छठ के दूसरे दिन व्रतधारियों ने दिन भर खरना का व्रत रखकर शाम को पूजा अर्चना और हवन के बाद प्रसाद ग्रहण किया. वही प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में श्रद्धालु जुटे हैं ।छठ व्रतियों ने साठी के चावल से बने खीर व रोटी का प्रसाद ग्रहण किया. बाद में प्रसाद को घर के बाकी सदस्यों सहित आसपास के लोगों को भी खिलाया गया. छठव्रत को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा सामग्री व फल की खरीद के लिए दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी. मुख्य बाजार में खरीदारों की भीड़ इस कदर था कि वाहनों की कौन कहे, यात्रियों को पैदल चलना मुश्किल था. खरना के 36 घंटे बाद निर्जला उपवास शुरू हुआ. शनिवार को छठ घाटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ेगा. अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देकर पूजा शुरू होगी. इसके बाद रात में घरों में कोसी भर कर छठी मइया की आराधना की जायेगी. रविवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाला छाठ पूजा संपन्न हो जायेगा. शुक्रवार को भी बाजारों में खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला. हर जगह ईख व नारियल की खुब बिक्री हुई. परदेशियों का छठ पर्व में घर आना जारी रहा. इसको लेकर ट्रेनों के साथ ही रोड़वेज की गाड़ियों में भी काफी भीड़ दिख रही है। आज पूरे दिन छठ घाटों की सफाई एवं प्रतिमाओं की रंगाई में श्रद्धालु भक्तगण जुटे रहे। छठ घाटों की सजावट भी वादे तरीके से की जा रही है वही पंडालों को अंतिम रूप देनेे में कलाकार जुटेे हैं।
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ आज, प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे श्रद्धालु
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