ठंड बढ़ी, घटने लगा डेंगू का प्रभाव
रेफर होने वाले मरीज भी घटे
परवेज़ अख्तर/सिवान:- मौसम में बदलाव आने के साथ ही डेंगू मरीजों की संख्या में गिरावट आने लगी है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी डेंगू के मुख्य कारक एडीस मच्छरों का प्रजनन खत्म हो जाएगा. ये मच्छर ज्यादातर साफ पानी में ही पनपते हैं हालांकि बदलते मौसम में कुछ कहना संभव नहीं है कि किस मच्छर से कौन बीमारी हो सकती है. सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डा. अहमद अली ने बताया कि सीवान में डेंगू महामारी नहीं है जितने रोगी भर्ती हुए हैं सबका इलाज हुआ है किसी को भर्ती करने से मना करने की बात निराधार है. हां, जहां तक आपके रोजाना 100 के आंकड़े का सवाल है इस पर हम कुछ नहीं बोल सकते. तीन शिफ्टों में डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है जो इलाज कर रही है. इसमें कोताही नहीं हो रही है. मेडिकल विभाग डेंगू के मरीजों की तीन कटेगरी बनाता है. पहला 1 लाख से ऊपर प्लेटलेट्स वाले रोगी दूसरे एक लाख से कम प्लेटलेट्स वाले और तीसरे 50 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले रोगी. सदर अस्पताल में एक लाख से ऊपर वाले रोगियों को सामान्य इलाज करके भेज दिया जाता है जबकि एक लाख से कम वालों को भर्ती कर लिया जाता है और 50 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले रोगियों को रेफर कर दिया जाता है. सदर अस्पताल में गंभीर किस्म के रोगियों की श्रेणी में आने वाले कम ही रोगी भर्ती हुए थे जिसकी संख्या 25 के नीचे ही है जिसे रेफर किया गया है जबकि बाकी रोगियों का उपचार सदर अस्पताल में ही किया गया है. सदर अस्पताल के डॉक्टरों की टीम जिसमें मैं भी शामिल हूं डेंगू का इलाज पूरे मनोयोग से किया गया. किसी रोगी को ज्यादा परेशानी होती है तो वह ज्यादा घबराता है जबकि अस्पताल में हर किस्म के रोगी भर्ती होते हैं. डा. अहमद अली ने कहा कि अब डेंगू का प्रकोप घट रहा है और लोगों की थोड़ी सी सावधानी इससे आराम से बचा सकती है. ज्यादा पानी पीने और मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाने और हाथ पैर में सरसों का तेल लगाकर रहने से इससे बचा जा सकता है.