परवेज़ अख्तर/सीवान:- नगर थाना क्षेत्र के इलाहाबाद बैंक से एक ग्राहक के बैग से उसको ने रुपये उड़ा लिये. इस संबंध में यूपी के सोनभद्र जिले के रॉवटर्रगंज मधुपुर निवासी रामदेव सिंह ने नगर थाना में आवेदन दिया है.उन्होंने अपने आवेदन में कहा हैं कि मैं अपनी पत्नी उर्मिला देवी के नाम से 3 फरवरी 2011 में को पैतालीस हजार व 23 दिसम्बर 2010 को पचासी हजार रुपये का किसान विकास पत्र प्रधान डाक घर सिवान से डाकघर अभिकर्ता मुफस्सिल थाना के पड़री निवासी स्व.नगीना चौधरी के पुत्र भृगुनाथ प्रसाद के माध्यम से खरीदा था. उक्त किसान विकास पत्र बीते 3 फरवरी 19 एवं 23 जुलाई 19 को परिपक्व हो गया था. उन्होंने यह भी कहा है कि जब मैं 18 नवंबर को अभिकर्ता से मिला तो उसने हम लोगों से मूल किसान विकास पत्र एवं डाकघर के कुछ कागजातों पर पर मेरी पत्नी से हस्ताक्षर करवाएं एवं बोले की बोले की आप लोग जाइये. एक सप्ताह बाद आइएगा इसके बाद हम लोगों ने 9 दिसंबर को अभिकर्ता के पास आये एवं उनसे मुलाकात की तो बोले कि कि मुलाकात की तो बोले कि कि मैं पैसा निकाल लिया हूं. मैंने उनसे बोला कि मुझे इलाहाबाद बैंक में पैसा जमा करना है .उन्होंने प्रधान डाकघर के समीप सड़क किनारे फो लाख बासठ हजार पांच सौ रुपये दिये.मैंने अपना बैग में रख लिया .जब मैं इलाहाबाद बैंक के लिए चला तो उन्होंने कहा कि कि मैं आपका पैसा बैंक में जमा करवा देता हूं. अभिकर्ता मेरे साथ बैंक आये और वे स्वयं जमा पर्ची भरे और मुझे बैंक में ग्राहक लाइनों में खड़ा होने के लिए बोला कतार में खड़े रहने के बाद लगभग 2:00 बजे जमा करने का नंबर आया तो मैंने बैंक से पैसा निकालना चाहा तो देखा कि बैग में पैसा गायब है एवं पैक दोनों तरफ से कटा हुआ है. तो मैं अवाक रह गया जब मैं पीछे मुड़कर देखा और अभिकर्ता को खोजने लगा तो को खोजने लगा तो वहां एवं बैंक परिसर में से अभिकर्ता गायब दिखे .आवेदन करता रामदेव सिंह ने अपने अभिकर्ता भृगुनाथ प्रसाद पर साजिश के तहत धोखा देकर बैग से रुपये गायब करने का आरोप लगाया है.
बैग से रुपये गायब, ग्राहक ने लगाया अभिकर्ता पर आरोप
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