परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के पचरुखी प्रखंड के माहपुर गांव स्थित हजरत अनजानी पीर बाबा के मजार पर मंगलवार की शाम सालाना उर्स का आयोजन किया गया। इस दौरान हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने चादरपोशी कर मन्नतें मांगी। चादरपोशी के बाद एक अजीमुशान कांफ्रेंस का भी आयोजन किया गया इसमें कई जिलों के कई ओलमाओं व सोअराओं ने भाग लिया। आयोजित कांफ्रेंस में ओलमाओं में क्रमश: हजरत मौलाना, अफजल हुसैनी नूरी एवं मौलाना वसीम अकरम कादरी ने हजरत अनजानी पीर बाबा के मजार के बारे में विधिवत प्रकाश डाला। वहीं शायर सैफ रजा कादरी ने जलसे को खेताब करते हुए कहा- निगाहें वली में वह तासीर देखी, बदलती हजारों की तकदीर देखी। इसके अलावा कई ओलमा एवं सोअराओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। ज्ञात हो कि उक्त मजार पर दोनों समुदाय के लोग अपनी-अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और सबकी मुरादें पूरी होती है। उधर चादरपोशी एवं कांफ्रेंस के दौरान पूरा गांव भक्तिमय हो गया था। देर रात तक जायरिनों का तांता लगा रहा। कमेटी के सदस्यों द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस मौके पर मौलाना गुलाम गौस, मौलाना इरशाद अहमद, सोहराब कादरी, हाफिज अलाउद्दीन ने अपने-अपने कलाम पेश किया। कांफ्रेंस की सदारत हाफिज रहमत साहब ने की। कार्यक्रम के अंत में सिवान के अमनचैन की दुआ की गई। कांफ्रेंस को सफल बनाने में माहपुर मस्जिद के खतिबों इमाम मौलाना नेसार साहब, मास्टर अली हैदर, अलसउ अहमद समेत अन्य ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
अनजानी पीर बाबा के मजार पर चादरपोशी कर मांगी मन्नतें
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