परवेज अख्तर/सिवान :- शुक्रवार को सदर प्रखंड के बांसोपाली गांव में शैलेंद्र कुमार पांडेय के नेतृत्व में मिशन कोरोना भगाओ, जान बचाओ के तहत हड़ताली शिक्षकों ने कैंपेन चलाया। इसके तहत लोगों में जनजागृति पैदा करते हुए कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। खांसी व छींकने वाले व्यक्ति से दूर रहें। सभी मास्क, साबुन सेनीटाइजर आदि का उपयोग करें। शिक्षक नेता अजय कुमार ने कहा कि शिक्षक संकट काल की स्थिति में सरकार के साथ है परंतु हक की लड़ाई के लिए विरोध जारी रहेगा। शिक्षक नेता सतीश कुमार श्रीवास्तव ने सरकार के इशारे पर अधिकारियों द्वारा निर्गत जनता से शिक्षकों का मूल्यांकन कराने के आदेश को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं प्रताप कुमार ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि शराबबंदी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी अफसरशाही, महंगाई, विभिन्न योजनाओं, विधायकों व मंत्रियों के पेंशन व अन्य सुविधाओं आदि का फीडबैक जनता जनार्दन से क्यों नहीं लिया जाता है।।बता दे कि पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा बिहार पटना ने पत्र जारी कर शिक्षकों में खलबली मचा दिया है। पत्र में शिक्षकों द्वारा समय से व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना, शिक्षण कार्य से संतुष्टि, नियोजित शिक्षकों की मांग जायज होने की बातें अंकित है। जवाब हां या ना में देने की बात कही गई है। जवाब देने का उत्तरदायित्व विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के 50 अभिभावक व 50 शिक्षकों से संबंध नहीं रखने वालों के ऊपर सौंपी गई है। जन जागरण अभियान में अजय कुमार, सतीश श्रीवास्तव, राधेश्याम यादव, राजीव कुमार श्रीवास्तव, अमोद सिंह, अमीत कुमार तिवारी, नसीम अख्तर, प्रताप कुमार, कन्हैया लाल बैठा, आतिश कुमार, ललन यादव, केशव राम, ब्रजेश कुमार,मनोज सिंह, नन्दजी साह आदि शामिल थे।
जनता से शिक्षकों के मूल्यांकन का आदेश दुर्भाग्यपूर्ण
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