परवेज अख्तर/सिवान : जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन के नौवें दिन भी जरूरी सामान को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद रहीं। कोरोना के बढ़ रहे मामले के बाद भी लोगों में अपेक्षित सतर्कता का घोर आभाव देखने को मिल
रहा है। हालांकि पहले की तुलना में समाज का एक बड़ा तबका पहले की तुलना
में अधिक सतर्क हुआ है, लेकिन कुछ लोगों की नादानी उनकी जिम्मेदारी संयम
व संकल्प को तहस नहस कर सकती है। दरअसल जिला प्रशासन के द्वारा लाख
समझाने-बुझाने व कड़ाई करने के बाद भी समाज में कई ऐसे लोग इसके अपेक्षित
गंभीरता से नहीं ले रहे है। वहीं दूसरी ओर घर में हीं बंद रहने की विवशता
के बीच कुछ लोग सुकून के पल भी निकालने में लगे हुए हैं। अपनों से दूर
रहने में जो परेशानियां लोगों के बीच पैदा हो रही है, उसको सोशल मीडिया
के माध्यम से कम किया जा रहा है। व्हाट्सएप कॉलिंग, गूगल डुओ सहित अन्य
माध्यम से लोग पूरे दिन एक दूसरे के संपर्क में रह रहे है। इनके लिए
इंटरनेट एक दूसरे से जुड़े रहने और जानकारी लेने का बेहतर माध्यम बना हुआ
है।
ग्रामीण क्षेत्र में अब भी कर रहे नियमों की अनदेखी
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