परवेज अख्तर/सिवान : भारतीय त्यौहारों में रामनवमी का अपना ही महत्व है। चैत्र
नवरात्र के नौवें दिन हीं रामनवमी का उत्सव भी मनाया जाता है। कोरोना से
बचाव को लेकर देश भर में लॉकडाउन के बीच गुरुवार को जिला मुख्यालय समेत
ग्रामीण क्षेत्रों में रामनवमी का पर्व मनाया गया। रामनवमी के मौके पर
लोगों ने मंदिरों की बजाए अपने-अपने घरों में ही पवनपुत्र हुनमान की
पूजा-अर्चना कर सुख-शांति की कामना की। इस दौरान श्रद्धालु पवनसूत हनुमान
की आराधना में लीन रहे। लोगों ने घरों में हवन-पूजन कर वैश्विक महामारी
कोरोना वायरस के नाश के लिए प्रार्थना की। साथ ही परिवार की सुख-समृद्धि
के लिए मंगलकामना की। बता दें कि कोरोना के खौफ और लॉकडाउन के कारण
मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं महानवमी व कन्या पूजन तथा हवन के
साथ चैत्र नवरात्र का समापन हाे गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने घर में हीं
विधि विधान पूर्वक भगवान गणेश की पूजा करने के बाद मां सिद्धिदात्री की
पूजा व आराधना की। इसके बाद कन्या पूजन के लिए दो साल से लेकर 10 साल तक
की नौ कन्याओं और एक बालक को आमंत्रित कर उनका भी पूजन किया। इसके बाद उन्हें रोली, कुमकुम और अक्षत का टीका लगाया अौर उनके हाथों में मौली
बांधी। सभी कन्याओं और बालक को घी का दीपक दिखाकर उनकी आरती उतारी और यथाशक्ति भोग लगाया। साथ हीं यथाशक्ति भेंट और उपहार दिया और उनके पैर छूकर आर्शीवाद लिया।
कन्या पूजन व हवन के बीच भी सोशल डिस्टेंस चैत्र नवरात्र का समापन
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