परवेज़ अख्तर/सिवान :- हिंदुस्तान में रहकर वतन के खिलाफ कोई भी मुस्लिम देश विरोधी बातें करता है तो उसे वतन में रहने का अधिकार नहीं है उसे देश निकाला कर देना चाहिए। यह बातें रविवार को शहर के टाउन हॉल में रविवार को इत्तेहाद मोर्चा के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर आए पूर्व राज्य सभा सांसद सह एमएलसी सह इत्तेहाद मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कही। उन्होंने कहाकि आज देश का मुस्लिम अपने कौम द्वारा बताए गए रास्ते से भटकता जा रहा है इसका नतीजा है कि काश्मीर में आए दिन पत्थरबाजी की घटनाएं हो रही हैं और देश को तोड़ने वाली ताकेतें वहां राजनीति कर रही हैं। यह देश विविधताओं से भरा पड़ा है यहां की संस्कृति ही हमारे देश की पहचान की है। शायराना अंदाज में उन्होंने कहा कि गुलिस्तां को खूं की जरूरत पड़ी, सबसे पहले यह गर्दन हमारी कटी, लोग कहते हैं कि आज यह अहले चमन यह चमन है हमारा तुम्हारा नहीं। वहीं कौमी इत्तेहाद मोर्चा के सारण प्रभारी मौलाना नुरुद्दीन अंसारी ने जलसे को खेताब करते हुए कहा कि फूल जब अपने बाग से बाहर हो जाता है तो किसी के गले का हार बनता है। लेकिन वह हार जाता है। क्योंकि अपने से वह जुदा हो गया है। सभा की अध्यक्षता कौमी इत्तेहाद मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौलाना मजहरुल कादिरी ने की तथा संचालन अब्दुल कादिर ने किया। इस मौके पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयनमैन मंसूर आलम, जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष मुर्तजा अली कैसर, मुखिया सोना खां, कांग्रेस नेता रिजवान अहमद, युवा कांग्रेस के सद्दाम आलम, इजहार आलीम, मैनुद्दीन, शम्स तबरेज, कमरुद्दीन अंसारी, साहेब हुसैन, प्रो. तनवीर साहब, मौलाना इमरान साहब, डॉ. कमालुद्दीन साहब, रामकिशुन अकेला, गुलाम हैदर साहब, जफर अली, मंजर आलम खां, अब्बास हाशमी, रफी अहमद सफरी आदि उपस्थित थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]