घटतौली से परेशान है गरीब व निरीह जनता
समय रहते जिला प्रशासन सजग नहीं हुआ तो बदनाम कर सकते हैं सरकार को डीलर
परवेज अख्तर /सिवान:- “जब खुदा ही अपने रूठे हों, तो दिल की जलन का क्या होगा, और जब बाग़ का माली दुश्मन हो तो अहले चमन का क्या होगा”! यह उक्त पंक्तियां किसी और पर नहीं बल्कि राज्य सरकार के डीलरों पर सटीक बैठ रही है।संपूर्ण जिले के कई हिस्सों के डीलर गरीबों के बीच लाठी के बल पर अनाज कम दे रहे हैं।गरीब जनता घटतौली की आवाज जब उठा रही है।तो संपूर्ण जिले के कई हिस्सों के डीलर गरीबों को लाठी के बल पर खदेड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसको लेकर गरीबों पर शामत आ गई है। गरीबों के बीच ऐसी समस्या आ गई है कि “अब जाएं,तो जाएं कहां”! सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना को धरातल पर उतारने के लिए तैनात डीलर इस महामारी के दौर में सरकार की योजनाओं को विफल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
बतादें की इस कोरोना वायरस जैसी महामारी में फिलहाल इस वक्त गरीबों के बीच शामत आ गई है। गरीबों के थाली से दिन पे दिन राशन गायब होते जा रहे हैं। और वे भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना को विफल करने में संपूर्ण जिले के कई हिस्सों के डीलर लगे हुए हैं। डीलरों के घटतौली से गरीब व निरीह जनता परेशान है।गरीबों को खुलेआम डीलर द्वारा अनाज कम दिया जा रहा है। तथा गरीबों द्वारा बोलने पर विभिन्न पंचायत के कई हिस्सों के डीलर उन्हें खदेड़ दे रहे हैं। बहरहाल चाहे जो हो अगर समय रहते जिला प्रशासन सजग नहीं हुआ तो ऐसे लठैत डीलर जिला प्रशासन को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
जब हमारे संवाददाता ने जिले के कई हिस्सों के आपूर्ति पदाधिकारी से दूरभाष पर संपर्क कर इस ज्वलंत समस्या के बारे में पूछा गया तो आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दी गई। जब आपूर्ति पदाधिकारी के सवालों का जवाब आम जनता के बीच सार्वजनिक कर लोगों के बीच बताया गया तो उनका यह जवाब लोगों के गले के नीचे नही उतर पाई।लोगों का कहना था कि इस मसले पर समय रहते जिले के वरीय पदाधिकारी को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है।