- 371 सर्वे टीम व 136 सुपरवाइजर को जिम्मेदारी
- सारण के पांच प्रखंडो में शुरू हुआ अभियान
- घर-घर जाकर की जा रही स्क्रीनिंग
- कोरोना संक्रमण के संदिग्धों का लिया जा रहा है सैंपल
छपरा:- कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एक नई पहल की शुरुआत की गई है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर जिले के 5 प्रखंडों में घर घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग का कार्य शुरू किया गया है। पड़ोसी जिला सिवान में अधिक पॉजिटिव मामले पाए जाने के बाद सिवान के सीमावर्ती 5 प्रखंडों में अभियान शुरू की गई है। शुक्रवार को इस अभियान की शुरुआत की गई। इसुआपुर में गुरुवार से ही अभियान चल रहा है। इस अभियान में पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर घर-घर जाकर कोरोना संदिग्धों की खोज के लिए सर्वे का कार्य किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका, नर्स तथा स्वास्थ्य उत्प्रेरक के द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। सभी सर्वे कर्मी व सुपरवाइजरों का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
जिलाधिकारी ने लिया सर्वे कार्य का जायजा
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कोरोना वायरस को लेकर चल रहा है डोर टू डोर सर्वे अभियान का जायजा लेने बनियापुर प्रखंड में पहुंचे तथा सर्वे टीम के सदस्यों से कार्यों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी कर्मियों को बेहतर तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान एक भी घर छूटना नहीं चाहिए प्रत्येक घरों में जाकर लोगों से जानकारी ली जाए तथा कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग सुनिश्चित कराई जाए।
सीमावर्ती पांच प्रखंडो में शुरू हुआ अभियान
सारण के क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया सिवान जिले से सटे सारण के 5 प्रखंडों में पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे व स्क्रीनिंग का कार्य शुरू किया गया है। उन्होंने बताया जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर बनियापुर, एकमा लहलादपुर, मांझी तथा मशरक में डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। डोर टू डोर सर्वे के दौरान कोरोना के संदिग्धों का आवश्यकतानुसार सैंपल लिया जाना है तथा स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के संभावित लक्षणों वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर त्वरित होम क्वारेंटाइन किया जाएगा।
371 सर्वे टीम व 136 सुपरवाइजर को जिम्मेदारी
यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी ने बताया डोर टू डोर सर्वे के लिए पांचों प्रखंडों में टीम का गठन किया गया है। बनियापुर में 103 डोर टू डोर सर्वे टीम तथा 36 सुपरवाइजर, एकमा में 78 सर्वे टीम 29 सुपरवाइजर, लहलादपुर में 30 सर्वे टीम 11 सुपरवाइजर, मांझी में 91 सर्वे टीम 36 सुपरवाइजर, मशरक में 69 सर्वे टीम 24 सुपरवाइजर कार्य में लगाए गए हैं।
प्रत्येक घरों की होगी मार्किंग
सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है। कोविड-19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे। कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा। सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी। संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर मार्किंग किया जायेगा।
दवा दुकानों व ग्रामीणों चिकित्सको से ली जाएगी सूचना
सर्वे के दौरान पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिन्हित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे। दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य अभियान सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त किये गये सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी। इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है।
संदिग्धों की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग
सर्वे के दौरान करोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग की जा रही है। कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग किया जा रहा है। संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल सैंपल भी लिया जा रहा है।