परवेज अख्तर /सिवान:- जिले के बड़हरिया प्रखण्ड में बेमौसम ओलाबृष्टि और बारिश ने किसानों के माथे पे चिंता की लकीर खीच दी। जहाँ एक तरफ किसान मजदूर वैश्विक महामारी कोरोना से अभी निकले ही नही थे। की दूसरी तरफ बेमौसम ओलाबृष्टि और बारिश ने 6 माह के खून पसीने से सींच कर पैदावार गेंहू की फसल को नष्ट कर दिया । मौसम के रंग बदलते देख किसानो ने गेंहू की कटनी को जल्दी जल्दी शुरू कर बोझा को इकठा किया। तब तक बेमौसम आँधी के साथ पानी ने सब फसल को नष्ठ कर दिया । बड़हरिया प्रखण्ड के कोइरिगावां के किसान छठु लाल यादव, हरेश यादव ने एक साथ कहाँ की ब्याज पे रुपया लेकर खेती गिरहस्ति का काम किये थे। लेकिन बेमौसम बारिश के वजह से फसल नष्ठ हो गई। अब कहाँ से भारपाई होगी । साल से ही लगातार वारिस हो रही है । हमलोग पहले से ही कर्ज में डूबे हुए हैं। सरकार के तरफ से भी सीवान जिला को फसल छतिपूर्ति योजना से वंचित किया गया है। जिसके वजह से पूर्व से भी कोई लाभ नही मिल रहा हैं। जिसकी आवाज ना कोई जनप्रतिनिधि और ना अधिकारी ही उठा रहे हैं। वही युवा समाजसेवी ओम प्रकाश यादव ने काफी चिंता ब्यक्त करते हुए सरकार और प्रशासन से मांग की अविलम्ब जांच कर किसानों की फसल की हुई नुकसान की भरपाई सरकार द्वरा करनी चाहिये। ताकि जो नुकसान हुआ है । उसकी कुछ भरपाई कर किसान फिर से धान की फसल को लगा सके।वही मौके पे उपस्थित हुए पिंटू पासवान, संदीप यादव ,रवि राकेश कुमार, श्री राम ,जगलाल, गुड्डू, सोनू और अंकित ।
बड़हरिया में बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की माथे पर चिंता की लकीर..
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