परवेज अख्तर/सिवान:- एक तरफ प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी जान दांव पर लगा लोगों को कोरोना वायरस से बचाने की कवायद कर रहे हैं बार-बार लोगों को समझाया बुझाया जा रहा है कि वह किसी भी तरीके से सरकारी निर्देशों और कानून का उल्लंघन ना करें घरों में रहते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का बखूबी अनुपालन करें ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके, तो वही दूसरी ओर कंटेनमेंट जोन के साथ-साथ कुछ इलाकों में सरेआम लॉक डाउन और अधिकारियों की अपील मजाक का हिस्सा बनते दिखाई पड़ रही है ।
आलम यह है कि लोगों द्वारा उसी वक्त तक लॉक डाउन का पालन किया जाता है जब तक कि अधिकारियों की गाड़ीयाँ इलाकों में गश्त के दौरान चक्कर काटते रहती है इसके बाद जिस प्रकार लोगों की अलग-अलग जगहों पर जमघट देखी जाती है उससे ऐसा प्रतीत होता है जैसे लोगों को चारों तरफ छाए सन्नाटे, देश के अलग-अलग हिस्सों में रोजाना हो रही मौतों की वजह और देश पर मंडरा रहे संकट का तनिक आभास नहीं, मालूम हो कि बड़हरिया के नौ पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है जिसमें मुख्यालय भी शामिल है उक्त सभी कंटेनमेंट जोन में किसी भी तरीके से लोगों का बाहर निकलना पूर्णत:वर्जित है
बावजूद 2 दिनों से प्रखंड मुख्यालय स्थित जामो रोड, तरवारा रोड, तथा गोपालगंज रोड में सुबह और शाम लोगों की जो भीड़ उमड़ रही है वह बेहद चिंतनीय है अब सवाल है कि यदि कंटेनमेंट जोन में लोगों की भीड़ उमड़ रही है लेकिन लोगों ने अब इनका मजाक बनाना शुरू कर दिया है, जिस प्रकार प्रशासन लोगों पर नजर बनाए हुए हैं उसी प्रकार लोगों की नजर भी इनके ऊपर टिकी हुई है अधिकारियों की गाड़ी देखते लोग लॉक डाउन की चादर ओढ़ लेते हैं और गाड़ियों के निकलते पुनः मौत की ओर मुंह मोड़ लेते हैं। यदि इसी प्रकार अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मेहनत पर पानी फिरता रहा तो परिणाम भयावह हो सकता है ।