परवेज अख्तर/सिवान :- केंद्र सरकार के तरफ से हरी झंडी देने के बाद बिहार से बाहर फसें प्रवासियों का घर लौटना सुरु हो गया है। कोई ट्रेन से तो कोई बस से अधिकतर मजदूर पैदल और साइकल से घर लौट रहें है। घर लौट रहे मजदूरों के चेहरे पर खुसी जरूर है लेकिन कोरोना के बदलते रूप और इस महामारी की बिभीषता को देखते हुए गावँ वाले सहमे और डरे दिख रहें है। प्रशासन के द्वारा जीरादेई प्रखण्ड के महेन्द्र उच्च विद्यालय में कोरेन्टीन सेंटर बनाया गया है जहाँ बाहर से आने वाले हर ब्यक्ति का बिधवत जाँच कराया जा रहा है। लेकिन समस्या होम कोरेन्टीन की है।प्रशासन जाँच के बाद हर प्रवासी को 14 दिनों की होम कोरेन्टीन रहने की हिदायत दे रही है लेकिन इस निर्देश का पालन लोग नाही कर पा रहें है। इसी को लेकर प्रखण्ड के गावँ वाले चिंतित और सहमे रह रहें है। फिलहाल प्रशासन की मुस्तैदी का नतीजा कहें या फिर जीरादेई के लोगों का जागृति की अभी तक प्रखण्ड में एक भी पोसेटिव मरीज जीरादेई में नही पाए गए है जो कि सुखद है।
सिवान के जीरादेई में प्रवासियों के घर लौटने से गांव वाले सहमे
विज्ञापन