परवेज अख्तर/सिवान :- देश के अलग-अलग हिस्सों से सीवान पहुंचने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है बड़हरिया प्रखंड की बात करें तो यहां बुधवार तक सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रखे गए लोगों की संख्या 2 दिनों में काफी तेजी से बढ़ी है मिली जानकारी के अनुसार सोमवार शाम तक प्रखंड में 4 क्वॉरेंटाइन सेंटरों का संचालन हो रहा था उपरोक्त सभी सेंटरों में लगभग 350 लोगों के रखे जाने की खबर थी लेकिन उपरोक्त आंकड़ा बुधवार तक बढ़कर लगभग 600 तक पहुंच गया है।
खैर जिन लोगों को ट्रेन और बसों के सहारे लाया जा रहा है उन्हें तो सरकारी कर्मियों की तत्परता से क्वॉरेंटाइन सेंटर तक पहुंचा दिया जा रहा है लेकिन अब अलग-अलग प्रदेशों से जैसे कोलकाता बंगाल, दिल्ली, नोएडा, पुणे, वाराणसी, हरियाणा, गुजरात अहमदाबाद से निजी वाहनों के सहारे प्रवासी लोगों का आगमन भी शुरू हो चला है बताया जाता है कि निजी वाहनों के माध्यम जिले में पहुंचने वाले जो बुद्धिजीवी तबके के लोग हैं वह स्वयं संबंधित इलाके में अवस्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंच खुद को सरकार द्वारा तय समयावधि के लिए कोरेंटिन कर दे रहे हैं मगर अधिकतर लोगों द्वारा निजी वाहनों का फायदा उठाते हुए प्रशासन को चकमा दे सीधे निवास स्थान का रुख किया जा रहा है
ऐसे लोग मौका का फायदा उठा सीधे अपने घर पहुंच जा रहे हैं और घरों में रहना शुरू कर रहे हैं जो संबंधित इलाके में रहने वाले ग्रामीणों पर बड़ी मुसीबत के समान है कुछेक लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उनके इलाके में रोजाना तीन चार लोग निजी वाहनों के माध्यम पहुंच रहे हैं और घरों में छुप जा रहे हैं उपरोक्त लोगों द्वारा किसी भी तरीके से चिकित्सकीय टीम की सहायता या स्थानीय प्रशासन को पहुंचने की सूचना नहीं दी जा रही है जो कहीं से भी खतरे से खाली नहीं है हमारी माने तो लंबे समय से प्रशासन कड़ी मेहनत कर कोरोनावायरस से बचाव हेतु दिन रात काम कर रही है
विभिन्न इलाकों को सील किया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति गलती से भी इलाके में प्रवेश ना करें ताकि संक्रमण का खतरा कम हो , ऐसे में निजी वाहनों पर सवार हो यहां पहुंचने वाले लोगों द्वारा प्रशासनिक मेहनत पर पानी फेरते हुए खुद की जान के साथ खिलवाड़ तो किया ही जा रहा है साथ साथ घर परिवार और समाज के अनमोल जीवन पर भी खतरे की जाल फेंकी जा रही है । हमारी माने तो ऐसे लोगों को अनमोल जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए यदि आपकी एक पहल हजारों जिंदगियों को चिंता मुक्त कर सकती है तो इस पहल के साथ खिलवाड़ कतई नहीं होना चाहिए जो लोग यहां पहुंच रहे हैं उन्हें स्वेच्छा से नजदीकी क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं जाकर खुद को चिकित्सकीय टीम के हवाले कर देना चाहिए ।