वर्ष 2013 से मठ के महंत थे
परवेज अख्तर/गोपालगंज :- जिले के कटेया थाना क्षेत्र के रसौती स्थित नाथ मंदिर मठ के महंत की अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी। वहीं घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी। बताते चलें कि थाना क्षेत्र में हत्या की घटना का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार की सुबह ग्रामीण मठ के आसपास टहल रहे थे। तभी उन्हें मठ के महंत बशिष्ठ दास महाराज का शव दिखा। आनन-फानन में घटना की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।मठ के महंत की हत्या की खबर सुनते ही मंदिर परिसर में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गए। वहीं घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा।
लेकिन ग्रामीणों ने मौके पर वरीय पदाधिकारियों एवं डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाने की मांग करने लगे। इसके बाद वरीय पदाधिकारियों को इस घटना की सूचना दी गई। जिसके बाद मौके पर डीएसपी अशोक चौधरी, इंस्पेक्टर सतीश कुमार हिमांशु, अश्वनी कुमार तिवारी व अन्य पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।वहीं घटनास्थल से बांस का टुकड़ा बरामद हुआ है जो खून खून से सना हुआ है। वर्ष 2013 में नाथ मंदिर परिसर में हुए सहस्त्र चंडी महायज्ञ के दौरान वशिष्ठ दास महाराज को मठ का महंत बनाया गया।
बशिष्ठ दास महाराज भोरे थाना क्षेत्र के सिसवा गांव के रहने वाले थे। उनकी एक पुत्री है जिसकी शादी वर्ष 2014 में हो चुकी हैं। वहीं उनकी पत्नी का भी पहले ही देहावसान हो चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि बशिष्ठ दास जी महाराज सम्मानित व्यक्ति थे एवं सभी गांववासी उनका सम्मान करते थे। महंथ बशिष्ठ दास जी महाराज की पुत्री प्रिया उपाध्याय ने थाने में आवेदन देते हुए अज्ञात व्यक्तियों पर हत्या का आरोप लगाया है एवं प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की है। वहीं खबर लिखे जाने तक घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड की टीम पहुंच चुकी है।जिसके सहयोग से दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ शुरू कर दी है।