परवेज अख्तर/सीवान:- प्रगतिशील प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मंगल कुमार साह ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाया गया है। क्वारेंटाइन सेंटर्स पर बिना सुरक्षा किट और स्वास्थ्य बीमा मुहैया करवाए ही दिन रात शिक्षको को ड्यूटी पर तैनात किया गया है जो शिक्षको के प्राण के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षक जीवन को दांव पर लगा कर करोना संकट काल में अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं ! प्रशासन द्वारा सुरक्षा किट तो दूर बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करवाईं जा रहीं हैं! लगभग पंद्रह दिन से मास्क, हैंड ग्लास एंव सेनेटाइजर के बिना ही शिक्षक अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं! शिक्षको का तो कोई बीमा भी नही किया गया है जबकि करोना ड्यूटी में लगे अन्य कर्मियों को 50 लाख का बीमा किया गया है! शिक्षक नेता वसी अहमद गौसी ने कहा कि जिले के तमाम शिक्षक लगातार ड्यूटी करते आ रहें हैं भुखे प्यासे कार्य करने पर विवस हो गए हैं जबकि सरकार ने करोना से जुड़े ड्यूटी करने वाले प्रत्येक कर्मियों को 100 रुपये नाश्ता एवं 250 रुपये भोजन यानी कुल 350 रुपये प्रति दिन के हिसाब से जल्द भुगतान करने का आदेश दिया गया है! इस प्रकार शिक्षको में आक्रोश व्याप्त है! शिक्षक निष्ठापूर्वक अपनी सेवा दे रहे हैं लेकिन सरकार ने सुरक्षा लिए जो करोना के लेकर मानक निर्धारित किया गया है उस प्रकार से की व्यवस्था कहीं भी नहीं कि जा रहीं हैं! सरकार से मांग करते हैं कि ड्यूटी पर तैनात सभी शिक्षको को मास्क सेनेटाइजर, ग्लास एवं अल्पाहार की राशि नगद के रूप में उपलब्ध कराया जाए।
सुरक्षा कवच के बिना क्वारंटाइन सेंटर पर काम करने को मजबूर हैं शिक्षक
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