गोपालगंज :- गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस के संबंध में तेजस्वी ने कहा है कि वे गोपालगंज में मारपीट करने नहीं जा रहे हैं। वे केवल आरजेडी नेता के परिजनों की हत्या की ही नहीं, बल्कि शंभू मिश्रा और मुन्ना तिवारी की हत्या का भी विरोध कर रहे हैं। सरकार अगर तकरार रोकना चाहती है तो सभी मामलों की सीबीआइ जांच कराए, क्योंकि उन्हें बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है।
मंत्री दे चुके लॉकडाउन के पालन की नसीहत
इसके पहले बिहार सरकार में मंत्री महेश्वर हजारी ने तेजस्वी यादव को लॉकडाउन का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कानून-व्यवस्था की मिसाल कायम की है।
मर्डर केस आरोपित विधायक ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज
उधर, आरोपित जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय ने अपनी सफाई में कहा कि वे अपराधी नहीं, जनता का सेवक हैं। उन्होंने घटना में संलिप्तता से इन्कार किया है। विधायक ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे व उनका परिवार खुद तो घाेटालों में फंसे हुए हैं और चले हैं मुझपर आरोप लगाने।
क्या है गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस
रविवार को गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र के रुपनचक गांव में आरजेडी नेता जेपी यादव अपने घर में स्वजनों के साथ थे। इसी बीच बाइक सवार अपराधियों ने पूरे परिवार पर अंधाधुंध गोलीबारीकर आरजेडी नेता के माता-पिता की हत्या कर दी।
बुरी तरह घायल आरजेडी नेता व उनके भाई अस्पताल ले जाए गए, जहां भाई की भी मौत हो गई। आरजेडी नेता का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जारी है।
घायल आरजेडी नेता ने घटना में जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय तथा मुकेश पांडेय व सतीश पांडेय की संलिप्तता बतायी। उनके खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है, लेकिन जेडीयू विधायक को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
घटना के दो दिनों बाद मंगलवार को बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय के एक रिश्तेदार मुन्ना तिवारी (Munna Tiwari ) की भी हत्या कर दी।
गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस में आरोपित विधायक के रिश्तेदार की हत्या को गैंगवार का परिणाम माना जा रहा है। हालांकि, फिलहाल निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
तेजस्वी यादव ने पीएमसीएच जाकर घायल आरजेडी नेता से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेताओं पर हमला बर्दाश्त से बाहर है।
तेजस्वी यादव ने सरकार को गुरुवार तक की मोहलत देते हुए कहा कि अगर इस बीच आरोपित जेडीयू विधायक की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे पटना से गोपालगंज तक मार्च करेंगे।
लॉकडाउन के दौरान RJD विधायकों के मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया है। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।