परवेज अख्तर/सिवान :- शहर के शेख मोहल्ला में शोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ईद मिलन के मौके पर उस्ताद शायर कमर सिवानी की अध्यक्षता में गैर तरही मुशायरा का आयोजन किया गया। सबसे पहले मुशायरे में कोरोना महामारी से बचने के लिए आवाम से शोशल डिस्नसिंग का पालन करने व घरों से कम निकलने की अपील की गई। अपना कलाम पेश करते हुवे कमर सिवानी ने कहा कि रंजो आलामो गम के मारो का, बंद दरवाजा खटखटा के गई। सफीर मखदुमि ने कहा कि सितमगरो पे कोई मेहरबां नही होता, गुलाब पत्थरो के दरम्यां नही होता।
राज सिवानी ने कहा कि भरपूर रंगों नूर लुटाना तो था मगर, एक रोज जश्ने ईद मनाए तो क्या किये। फारुक सिवानी ने अपनी रचना पढ़ी जब तक के तुम्हारी दीद नही, ए दोस्त हमारी ईद नही। कैश गोपालपुरी ने कहा कि दौलत कदो में बैठी थी फूलों की सेज पर, मुफ़लिस के घर मे आशु बहा कर चली गई। और अंत मे जाहिद सिवानी ने अपना कलाम पढ़ मुशायरे का समापन किया। कहा कि जबसे बदला है ज़ेहन का मौसम, हर जुबां का पयाम बदला है।