परवेज अख्तर/सिवान :-मंगलवार से जीरादेई महेंद्र हाई स्कूल में प्रवासी मजदूरों के लिए बना रिसीविंग सेंटर बंद हो जाएगा। सीवान जिलाधिकारी अमित कुमार पाण्डेय के अनुसार अब प्रवासी मजदूर कम मात्रा में आ रहें है। पूरे जिले में सौ या दो सौ के संख्या में ही मजदूर पहुँच पा रहें है जिन्हें उनके घर पहुचाने के लिए पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध है। यहाँ पर बने कोरेन्टीन सेंटर को पंद्रह जून तक संचालित किया जाएगा। उसके बाद राज्य सरकार के दिशा निर्देश के आधार पर फैसला किया जाएगा।
जीरादेई प्रखंड बिकाश पदाधिकारी शुनिल कुमार गौंड ने बताया कि जीरादेई रिसीविंग सेंटर में कुल लगभग बीस हजार लोगों के स्वास्थ का जाँच किया गया। जिसमें जीरादेई प्रखंड स्तर पर 1935 मजदूरों को कोरेन्टीन सेंटर में रख कर चौदह दिन बाद उन्हें उनके घर भेजा गया। प्रखंड स्तर पर छः कोरेन्टीन सेंटर तथा प्रत्येक पंचायत में एक-एक सेंटर सुचारू रूप से चलाए गए जहां प्रवासी मजदूरों को समय से भोजन और दैनिक उपयोग में आने वाली आवश्यक समान मुहैया कराए गए।
प्रखंड स्तर पर इस कार्य मे लगे सभी कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बताया कि सभी ने इस बैश्विक महामारी के रोक-थाम में अपना भरपूर सहयोग किया। यह कार्य कठिन जरूर था लेकिन अपनो के सहयोग और इस खतरनाक महामारी की बिभीषता को ध्यान में रखते हुए सभी ने अपने जान जोखिम में डाल इसे सफलता के साथ पूर्ण किया गया। जीरादेई प्रखंड में एक भी कोरोना पोसेटिव मरीज न पाया जाना निश्चित तौर पर प्रशासन और जनता के सहयोग का एक सफल उदाहरण है जो हमेशा सरहनीय कार्य के रूप में जाना जाएगा।