परवेज अख्तर/गोपालगंज:-सरकार के संरक्षण में ही अपराधी अपराध को अंजाम दे रहे हैं. नीतीश सरकार की पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी है. जब सत्ता जाने का समय होता है, तो इतिहास गवाह है कि सत्ता निरंकुश हो जाती है. उक्त बातें पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सह रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कही. उपेंद्र कुशवाहा भोरे स्थित गउदाराम कोल्ड स्टोरेज पर स्टोरेज के मालिक स्व. रामाश्रय सिंह के परिजनों से मिलने पहुंचे थे।पूर्व मंत्री ने भोरे पहुंचकर सबसे पहले रामाश्रय सिंह के बड़े भाई हरिनारायण सिंह और पूरे परिवार से मुलाकात की और रामाश्रय सिंह हत्याकांड के बारे में पूरी जानकारी ली. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कोल्ड स्टोरेज परिसर में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. बता दे कि भोले के प्रमुख व्यवसायी रामाश्रय सिंह कुशवाहा की 13 जून को हत्या कर दी गई थी।
मामले में नारायण सिंह ने भोरे के ही नौ लोगों के विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्या के बाद भी उपेंद्र कुशवाहा ने परिजनों से मुलाकात की थी. कोल्ड स्टोरेज परिसर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा उन्हें हथुआ प्रखंड के रुपनचक गांव में जेपी यादव के परिजनों से भी मिलने जाना था। उनके परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. लेकिन प्रशासन ने वहां जाने से उन्हें रोक दिया. श्री कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने एसडीएम से कहा कि बाकी लोगों को रोक दिया जाय, जबकि सिर्फ उन्हें अकेले जाने दिया जाय. लेकिन प्रशासन उसे राजनीतिक कार्यक्रम बताकर उन्हें नहीं जाने दिया. उन्होंने आगे कहा कि यही प्रशासन गोपालगंज के भोरे में आने से नहीं रोकी. लेकिन आश्चर्य है कि रुपनचक में जो भी जाना चाह रहा है।
उसे रोक दिया जा रहा है. कहीं ऐसा तो नहीं कि नीतीश कुमार की सरकार स्थानीय अपराधियों के साथ गांठ से एक बड़ी साजिश रच रही है. उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। हत्याकांड के आरोपी विधायक को बचा रहे हैं. आखिर क्या कारण है कि किसी को भी जेपी यादव के परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा. इससे यह साबित हो रहा है कि नीतीश सरकार पर विपक्ष द्वारा लगाये गये सभी आरोप सही हैं। उन्होंने कहा के नीतीश कुमार जॉर्ज फर्नांडिस की प्रतिमा का अनावरण करते हैं. मैं भी जॉर्ज साहब का आदर करता हूं. लेकिन उनका यह अनावरण का कार्यक्रम राजनीतिक नहीं है और मैं सिर्फ पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा था, तो यह एक राजनीतिक कार्यक्रम हो गया।
स्थानीय प्रशासन के लोगों में इतनी हिम्मत नहीं थी कि मुझे रोक लेते. लेकिन स्थानीय प्रशासन के लोगों ने सरकार के इशारे पर मुझे रोका है। मेरा आना गैरकानूनी कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश सरकार द्वारा की जा रही है. भोरे में हुए रामाश्रय सिंह हत्याकांड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की यह पुलिस एक साल में रामाश्रय सिंह के हत्यारों को नहीं पकड़ पायी. इससे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण भला और क्या हो सकता है। मौके पर रालोसपा के जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह कुशवाहा, हरिनारायण सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.