परवेज अख्तर/सिवान :- भूखी जनता एवं प्रवासी मजदूरों की उपेक्षा और अमित शाह के वर्चुअल रैली के खिलाफ सीपीआई कार्यकर्ताओं ने आज धरना दिया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(CPI) के सोनार टोली स्थित जिला कार्यालय में यह धरना दिया गया। वामदलों एवं सीपीआई के राज्यव्यापी आह्वान पर आज सिवान में भी सीपीआई द्वारा विश्वासघात-धिक्कार दिवस मनाया गया। भाषण नहीं रोजगार दो, वर्चुअल रैली नहीं अपनी लापरवाही से हुई मौतों पर चुप्पी तोड़ो, प्रवासी मजदूरों की उपेक्षा पर चुप्पी तोड़ो,बढ़ते अपराध पर लगाम लगाओ, शिक्षा-चिकित्सा की बदहाली पर शर्म करो, कोरोना के नाम पर असमय मौतों से जान लेने वाली हत्यारी सरकार शर्म करो,आपदा को अवसर समझने वाली हत्यारी सरकार होश में आओ आदि रोषपूर्ण नारे लगाए।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने इन्हीं माँगों से संबंधित पोस्टर और झंडे पकड़ रखे थे।मौके पर मौजूद सीपीआई के सिवान जिला सचिव तारकेश्वर यादव ने कहा कि कोरोना के नाम पर गैरजिम्मेदाराना तरीके से लॉकडाउन करने वाली सरकार ने हजारों असमय जाने ली है। तबाह जन जीवन के दुःख में खड़ा होने की बजाय गृह मंत्री अमित शाह बिहार चुनाव के मद्देनजर वर्चुअल रैली कर रहे हैं। राज्य में भाजपा-जदयू की सरकार में अपराध बढ़ा हुआ है। गोपालगंज में तिहरे हत्याकांड के सभी आरोपी अभी भी पकड़ से बाहर हैं और राज्य में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं।जनता एक-एक का हिसाब लेगी। एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि गरीबों के मौत पर जश्न मनाने वाले गृहमंत्री मात्र चुनाव एवं सरकार गिराने-बनाने के वक्त हीं सक्रिय होते हैं।
अभी कुछ दिन पहले तक गृहमंत्री खुद क्वारन्टीन हो गए थे। अब विधानसभा चुनाव की आहट को भांप वर्चुअल रैली की बेशर्मी को दिखा रहे हैं। दर्जनों ट्रेन भटकाकर लोगों की जानें ली गई। लोगों को पेट के लिए अन्न एवं रोजगार चाहिए ना कि भाषण। मौके पर सीपीआई के जिला सह सचिव अदालत अंसारी, परशुराम सिंह, एआईएसएफ के जिला संयोजक शशि कुमार, अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सचिव अशोक कुमार, शिक्षक नेता इरफान अहमद,अशोक लाल,अरविंद पाण्डेय, अधिवक्ता इरफान अली,सब्बू कुमार सहित दर्जनों लोग शामिल थे।


















