परवेज अख्तर/सिवान :- प्रखंड मुख्यालय स्थित आइटी भवन में बने आइसोलेशन सेंटर से 18 जुलाई को दो कोरोना संक्रमित मरीज फरार हो गए थे। इस मामले में जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पंचायती राज पदाधिकारी सह नोडल अधिकारी सुनील कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है। इस मामले में जिलाधिकारी के ज्ञापन संख्या 3006 दिनांक 18 जुलाई 2020 के पत्र में कहा गया है कि कोविड -19 से संक्रमित व्यक्तियों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दारौंदा प्रखंड मुख्यालय में बने आइसोलेशन सेंटर में नोडल पदाधिकारी को नामित करते हुए पॉलीवार कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
18 जुलाई की बैठक में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि आइटी भवन सह आइसोलेशन सेंटर से दो कोरोना संक्रमित व्यक्ति फरार हो गए हैं, इससे प्रतीत होता है कि कर्तव्यों का निवर्हन सही ढंग से नहीं किया गया। मामले में पंचायती राज पदाधिकारी सुनील कुमार को पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने का दिशानिर्देश दिया गया है, कि किस परिस्थिति में दो कोरोना मरीज आइसोलेशन सेंटर से फरार हो गए, तैनात कर्मी कहां थे, इन सभी का जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। बता दें कि दारौंदा आइसोलेशन सेंटर से दो कोरोना संक्रमित व्यक्ति 18 जुलाई को फरार हो अपने घर रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के राजापुर अपने घर चले गए थे। इसके बाद पदाधिकारियों में सनसनी फैल गई थी। दारौंदा एवं रघुनाथपुर की पुलिस के सहयोग से पुन: रात तक वापस आइसोलेशन सेंटर में आ गए थे।