परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के दक्षिणांचल में प्रवाहित हो रहीं सरयू नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे तटीय व निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। दरौली में शुक्रवार को सरयू नदी का जल स्तर खतरे के निशान .14 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई थीं, जबकि गुरुवार को खतरे के निशान से मात्र एक सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। 24 घंटों में नदी के जलस्तर में .13 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी केपीएन सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों में नदी के जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है।
जानकारी है कि दरौली में डेंजर लेवल 60.82 है, जो शुक्रवार को 60.96 सेंटीमीटर पर बह रही है। वहीं सिसवन में बाढ़ नियंत्रण पदाधिकारी रामनरेश पांडेय ने बताया कि सिसवन में नदी का जलस्तर 57.00 है जो खतरे के निशान से महज 4 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। गुरुवार की शाम तीन बजे 56.61 सेमी. पर बह रही थी। नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। इस तरह जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से नदी अगले 4 से 5 घंटे के अंदर लाल निशान को पार कर जाएगी। सरयू में बढ़ते जलस्तर की वजह से निचले इलाकों में हड़कंप मच गया है।
साथ ही तटीय इलाकों के गांव में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सरयू नदी उफान पर है और ऐसे में तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए संकट बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले 24 घंटों तक सरयू का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ेगा। इधर प्रशासन ने लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कमर कस ली है। सीओ इंद्रवंश राय ने बताया कि नदी के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तरफ से तैयारियां की गई हैं। दूसरी तरफ लगातार बारिश के चलते किसानों की भी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। खेतों में पानी भरने से फसल खराब होने की आशंका से किसान परेशान हैं।