- मरीजों के परिजनों के बैठने के लिए वेटिंग हॉल की की जाएगी व्यवस्था
- 24×7 घंटे क्रियाशील रहेगा मेय आई हेल्प यू बूथ
- 3 दिनों के अंदर व्यवस्था शुरू करने का निर्देश
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है । संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोज-रोज नई नई सुविधाएं लागू की जा रही है तथा उपकरणों की सुविधा सुनिश्चित कराई जा रही है । इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक नई पहल की शुरुआत की गई है। अब सभी अस्पतालों में ‘मेय आई हेल्प यू बूथ’ की स्थापना की जाएगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी डीएम को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि कोविड-19 के जांच कराने आए मरीजों के उपचार के लिए संबंधित अस्पताल में उनके भर्ती होने, समुचित चिकित्सकीय सुविधा संबंधित जानकारी प्रदान करने एवं मरीजों के उपचार की अन्य जटिलताओं को दूर कर मरीज हित में व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए सभी अस्पतालों कोविड केयर सेंटर, डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर एंव डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल मैं मेय आई हेल्प यू बूथ की स्थापना की जानी है। यहां प्रतिनियुक्त कर्मियों का यह दायित्व होगा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की भर्ती सरल तरीके से हो तथा उनका समुचित उपचार प्रारंभ हो सके। मेय आई हेल्प यू बूथ इस अवधि में क्रियाशील रहे कि अस्पताल में भर्ती होने की औपचारिक प्रक्रिया को पूर्ण करने में मरीज के परिजनों को किसी प्रकार की जटिलता अथवा असुविधा महसूस नहीं हो।
मरीजों के परिजनों के बैठने की सुविधा
जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि अस्पतालों में मेय आई हेल्प यू बूथ के साथ-साथ मरीजों के परिजनों के बैठने के लिए सुव्यवस्थित वेटिंग हॉल की व्यवस्था किया जाए। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी का अधिष्ठापन किया जाए, जिसका कंट्रोल एवं सेंट्रल मॉनिटर रिसेप्शन काउंटर पर लगा हुआ हो। मेय आई हेल्प यू बूथ पर प्रतिनियुक्त कर्मी संबंधित मरीज से वार्ता कर उनके स्वास्थ संबंधित जानकारी व स्थिति से परिजनों को अवगत कराएंगे।
इंटरकॉम के माध्यम से मरीजों से होगी वार्ता
अस्पतालों के रिसेप्शन काउंटर पर एक दूरभाष यंत्र युक्त मोबाइल की व्यवस्था की जाएगी। अस्पताल के अंदर चिकित्सक एवं संबंधित पाराचिकित्सा कर्मियों आदि से वार्ता कर मरीज के परिजनों को मरीज की स्थिति से अवगत कराने के लिए इंटरकॉम की व्यवस्था की जाएगी । यथाआवश्यक मरीज के परिजन को इंटरकॉम के माध्यम से मरीज से वार्ता भी करायी जाएगी। इस व्यवस्था से मरीज के परिजन को अनावश्यक रुप से वार्ड में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही मरीज को किसी प्रकार की सामग्री उपलब्ध कराने के लिए उनके परिजन द्वारा इस काउंटर पर जमा कर दिया जाएगा और प्रतिनियुक्त कर्मी द्वारा संबंधित मरीज तक उसे पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
उच्च स्तरीय संस्थान में रेफर किए जाने की औपचारिकता भी होगी पूरी
मरीज को बेहतर चिकित्सा के लिए उच्च स्तरीय संस्थान में रेफर किए जाने की स्थिति में को पूर्ण करवाते हुए जिला से संबद्ध उच्चस्तरीय संस्थान के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा। ताकि मरीजों के भर्ती होने में कोई कठिनाई ना हो पाए। रेफर की स्थिति में एंबुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाएगी।
मेय हेल्प यू बूथ की संचालन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी
अस्पताल के मेय आई हेल्प यू बूथ को 24 घंटे के रूप में संचालित करने का दायित्व जिला प्रशासन की होगी एवं इसके लिए जिला स्तरीय आवश्यक कर्मियों की प्रतिनियुक्ति जिला पदाधिकारी के अवसर से की जाएगी। इस देश पर जिला के विभिन्न विभागों के पूर्व एक शौक शिक्षक तृतीय संवर्ग के कर्मियों आदि को अधतन आवश्यक जानकारी के साथ रोस्टर आधारित प्रतिनियुक्त किया जाएगा। डेस्क पर तैनात कर्मियों को कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक प्रतिरक्षक सामग्री सिविल सर्जन के द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
3 दिनों के अंदर व्यवस्था शुरू करने का निर्देश
सभी अस्पतालों में 3 दिनों के अंदर मेय आई हेल्प यू बूथ की स्थापना करने का निर्देश दिया गया है। इसकी स्थापना में होने वाले व्यय के लिए स्वास्थ्य विभाग के स्तर से बजट का आवंटन किया जाएगा परंतु तत्काल आकस्मिकता की स्थिति में इस पर होने वाले व्यय का वहन एनएचएम के कोविड-19 प्रीपेडनेश मद में उपलब्ध निधि से किया जाए और विभागीय आवंटन प्राप्त होते ही इस राशि की प्रतिपूर्ति कर ली जाए।