- प्रतिदिन 150 आरटी-पीसीआर व 200 ट्रूनेट मशीन से जांच का निर्देश
- स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
- टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर लें चिकित्सकीय सलाह
- सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल के बीच मरीजों की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नित्य नए फैसले लिए जा रहे है। ताकि कोरोना संक्रमण जांच में तेजी आए तथा कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जिले में आरटी पीसीआर से प्रतिदिन 150 जांच तथा ट्रूनेट मशीन से 200 जांच करने का निर्देश दिया है।
टेस्ट करने के चार तरीके
- स्वाब टेस्ट: इस टेस्ट में एक कॉटन स्वाब से गले या नाक के अंदर से सैंपल लिए जाते हैं।
- नेजल एस्पिरेट: वायरस की जांच करने वाला आपकी नाक में एक सॉल्यूशन डालने के बाद सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच करता है।
- ट्रेशल एस्पिरेट: ब्रोंकोस्कोप नाम का एक पतला ट्यूब आपके फेफड़े में डालकर वहां से सैंपल लेकर उसकी जांच की जाती है।
- सप्टम टेस्ट: यह फेफड़े में जमा मैटेरियल या नाक से स्वाब के जरिये निकाले जाने वाले सैंपल का टेस्ट होता है।
30 मिनट के भीतर आ रहे नतीजे
एंटीजेन टेस्ट में 30 मिनट के अंदर रिजल्ट मिल रहा है। वहीं आरटी-पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जाते हैं. तब तक तो संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता कि वो पॉजिटिव है और वो कई लोगों को वायरस फैला चुका होता है। रैपिड एंटीजन में आधे घंटे के अंदर ही रिपोर्ट सामने आ जाती है, ऐसे में शख्स को आइसोलेट किया जा सकता है। संक्रमित शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।
सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच
जिले में कोरोना संक्रमितओ के बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन कीट के माध्यम से टेस्टिंग कराई जा रही है।
टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर लें चिकित्सकीय सलाह
टॉल फ्री नंबर 18003456607 पर फोन करने पर चिकित्सीय परामर्श, जांच की सुविधाओं की जानकारी, कोविड केयर सेंटर, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर, कोविड अस्पतालों में इलाज की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। बीमार, लाचार, वृद्ध और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके घर में ही जांच की व्यवस्था के अलावा अस्पताल में भर्ती करने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की जायेगी। कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों को किसी भी स्तर पर स्वास्थ सुविधाओं के लिए परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से कमर कस चुका है। प्रचार-प्रसार कर टॉल फ्री नंबर की जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग तुरंत चिकित्सकीय परामर्श ले सकें। कोरोना संक्रमणकाल में लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के आदेशों पर अमल करें, ताकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत हासिल की जा सके।