- बड़हरिया के राजनीत मे मचा उथल-पुथल
- बड़हरिया में प्रमुख के भाग्य का फैसला 8 सितंबर को
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के बड़हरिया में प्रखंड प्रमुख के भाग्य का फैसला 8 सितंबर को होगा। बड़हरिया प्रखंड प्रमुख रीता देवी को अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर संकट का सामना करना पड़ रहा है और पंचायत समिति सदस्यों ने उनके विरुद्ध अविश्वास के प्रस्ताव लाकर बड़हरिया के राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है, जिसके साथ प्रखंड प्रमुख के सामने एक नया संकट पैदा हो गया है। इसको लेकर बड़हरिया में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। नया प्रखंड प्रमुख कौन होगा, कौन हारेगा कौन, जीतेगा या बाजी किसके पक्ष में जाएगी इसकी चर्चा होने लगी है।
पिछले दिनों बड़हरिया प्रखंड प्रमुख रीता देवी के खिलाफ 27 पंचायत समिति सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव को लाकर बड़हरिया में एक नए हलचल को पैदा कर दिया था। हालांकि इस इस विषय में बड़हरिया विधायक श्यामबहादुर सिंह भी खूब चर्चा में रहे। ऐसा लगता है कि बड़हरिया प्रखंड प्रमुख रीता देवी और विधायक श्याम बहादुर सिंह के बीच आमने-सामने का मुकाबला हो रहा है। हालांकि विधायक इस मामले में अपने आपको कुछ बताने से इन्कार कर रहे हैं। बार-बार प्रखंड प्रमुख रीता देवी द्वारा विधायक का नाम लिए जाने और सोशल मीडिया पर विधायक द्वारा प्रखंड प्रमुख को अपदस्थ करने के संकल्प को लेकर बड़हरिया को राजनीति में नए आयाम की ओर बढ़ रही है। प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बीडीओ अशोक कुमार ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर किया गया है और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर बड़हरिया प्रखंड सभागार में 8 सितंबर को 11 बजे से इस पर चर्चा होगी। आवश्यकता पड़ी तो चर्चा के बाद मत विभाजन होगा। इस तरह 8 सितंबर को प्रखंड प्रमुख के भाग्य का फैसला होगा।
पिछले अविश्वास प्रस्ताव में प्रखंड प्रमुख रीता देवी ने निवर्तमान प्रखंड प्रमुख सुबुक तारा को एक वोट से हराकर प्रमुख की कुर्सी पर कब्जा जमाई थी। अब बड़हरिया की राजनीति में प्रखंड प्रमुख के विषय में क्या फैसला होगा आने वाला वक्त ही बताएगा। बड़हरिया में कुल 41 बीडीसी सदस्य हैं, जीतने के लिए एक प्रत्याशी को कम से कम 21 बीडीसी सदस्य होना अनिवार्य है।