परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिला के सभी कार्यपालक सहायक अपनी लंबित मांगों को देखते हुए तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर एक सितंबर से चले गए। इससे जिले के सभी कंप्यूटरीकृत काम मंगलवार को ठप रहा। इस अवकाश का जिले के लगभग 700 से भी अधिक कार्यपालक सहायक द्वारा समर्थन किया गया। जिसमें शामिल विभाग आरटीपीएस, मनरेगा, आपूर्ति, पेंशन, नगर निकाय, कृषि विभाग, बिजली विभाग, थाना, जिला विकास अभिकरण, भूमि राजस्व, सहकारिता, लोक शिकायत निवारण, आइसीडीएस, निबंधन, पंचायती राज, आपूर्ति, निर्वाचन, स्वास्थ्य विभाग, इंदिरा आवास, शौचालय जैसे कई विभाग का कार्य बाधित रहा।
जिसमें आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। संघ की ओर से कहा गया कि अगर सरकार संघ की लंबित मांगों को नहीं मानती है तो आगे संघ अनिश्चित हड़ताल पर जा सकता है। इसकी पूरी जिम्मेदारी बिहार सरकार तथा सामान्य प्रशासन विभाग की होगी। कार्यपालक सहायक की प्रमुख मांगों में शामिल वेतनमान के साथ स्थाईकरण, पैनल में रखे गए कार्यपालक सहायकों का नियोजन कराना, वाह्य प्रदता द्वारा परीक्षा का विरोध करना, सेवा अभिलेख को लागू कराना, सरकारी सेवकों की भांति सभी प्रकार का लाभ प्रदान करना तथा उच्चस्तरीय समिति के नियमों का पालन कराना शामिल है।